प्रधानमंत्री नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे की आधारशिला रखेंगे
मुंबई, 12 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 फरवरी को आगामी 16 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (एनएमआईए) का भूमि पूजन करेंगे।
सोमवार को इस बात की घोषणा की गई। रायगढ़ जिले से सटा नया हवाईअड्डा मुंबई के लिए दूसरा अंतर्राष्ट्रीय विमानन हब होगा। वर्तमान में छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा ही विदेशों के लिए सेवा देता है, जहां यात्रियों की भीड़ अधिकतम स्तर तक पहुंच चुकी है।
एनएमआईए का निर्माण जीवीके पॉवर एंड इंफ्रास्ट्रक्च र लिमिटेड (जीवीकेपीआईएल) द्वारा आठ जनवरी को शहर और औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के साथ हुए अनुदान समझौते के आधार पर किया जाएगा। सिडको परियोजना कार्यान्वयन की निगरानी के लिए महाराष्ट्र का नोडल प्राधिकरण है।
समझौते के जरिए एक विशेष प्रयोजन ‘नवी मुम्बई इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (एनएमआईएएल)’ को स्थापित किया गया है, जिसमें जीवीकेपीआईएल अपनी सहायक कंपनी मुंबई इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 74 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है, जबकि शेष सिडको की हिस्सेदारी है।
प्रारंभिक अनुदान अवधि निर्धारित तिथि से 30 साल की है, जिसे 10 साल और बढ़ाया जा सकता है। इस परियोजना के लिए जीवीकेपीआईएल को फरवरी 2017 में सफल बोलीदाता घोषित किया गया था।
एनएमआईएएल एक ग्रीनफील्ड हवाईअड्डा होगा, जो मुंबई बंदरगाह पार करने के बाद नवी मुंबई की मुख्य भूमि पर 1,160 हेक्टेयर जमीन पर पीपीपी मोड के माध्यम से बनाया जाएगा। इस हवाईअड्डे के बनने से आगामी मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, एक विशेष आर्थिक क्षेत्र और अन्य बड़े बुनियादी ढांचे के विकास को फायदा होगा।
इस परियोजना में 26 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले सिडको हवाईअड्डे के बनने से पहले आने वाली लागत का वहन करेगा, जिसे बाद में जीवीके अपने वार्षिक राजस्व से अलग भुगतान करेगा। जीवीके इस विशाल परियोजना से होने वाले वार्षिक राजस्व में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है।
मोदी के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी. राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, नागरिक उड्डयन मंत्री पी. ए. गजपति राजू, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, जीवीके और सिडको के शीर्ष अधिकारी अगले रविवार को होने वाले इस समारोह में उपस्थित रहेंगे।