राष्ट्रीय

कांग्रेस सांसद के हंगामे से नायडू नाराज

नई दिल्ली, 7 फरवरी (आईएएनएस)| कांग्रेस सांसद के.वी.पी. रामचंद्र राव बुधवार को हंगामा करते हुए सदन के बीचोबीच पहुंच गए, जिसके कारण राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू नाराज हो उठे।

इसके एक दिन पहले विपक्ष की कड़ी आपत्ति के बाद नायडू ने राज्यसभा को लंबे समय तक स्थगित कर दिया था। राज्यसभा की बैठक शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही राव अपनी सीट से खड़े हो गए और आसंदी के समक्ष आ गए।

यह हंगामे का चौथा दिन था, जब राव आसन के सामने आ गए और हाथ में तख्ती लेकर आंध्र प्रदेश के लिए ‘न्याय’ की मांग करने लगे।

नायडू ने आसन की तरफ उन्हें आते हुए देखकर अपनी सीट पर वापस जाने की चेतावनी दी। हालांकि, राव चुपचाप खड़े रहे।

नाराज नायडू ने कहा कि वह इस तरह के माहौल में ऊपरी सदन की कार्यवाही को जारी नहीं रख सकते और उन्होंने विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद से कहा कि वह राव को अपनी सीट पर जाने को कहें।

नायडू ने कहा, रामचंद्र राव, मैं सदन की कार्यवाही हाथ में तख्तियों के साथ जारी नहीं रखूंगा। गुलाम नबी आजादजी अपने सदस्य का ख्याल रखें। उन्हें अपनी सीट पर जाने के लिए कहें। आनंद शर्माजी कृपया उन्हें समझाइए।

आजाद ने हस्तक्षेप किया और कहा कि उनकी पार्टी सदस्य के इस तरह के व्यवहार को मंजूरी नहीं देती।

नायडू ने मंगलवार को राज्यसभा को अपराह्न् दो बजे तक के लिए, और उसके बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दिया था। इसे लेकर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई थी और कहा था कि ‘नियम, कानून, प्रक्रियाओं व परंपराओं की उपेक्षा हो रही है।’

हालांकि, नायडू ने बुधवार सुबह सदस्यों से अपने चैम्बर में मुलाकात की और मुद्दे को हल किया।

सभी पार्टियों ने सहमति जताई कि राज्यसभा चलनी चाहिए और सुचारु संचालन में सहयोग का सभी ने वादा किया।

राव ने अपना विरोध प्रदर्शन पर जारी रखा। इस पर नायडू ने कहा कि सभी पार्टियां सदन के सुचारु संचालन के लिए सहमत हैं, सिर्फ वह अकेले दिक्कत पैदा कर रहे हैं।

नायडू ने कहा, यदि आज एक सदस्य ऐसा करता है तो आने वाले हर रोज दूसरा सदस्य भी ऐसा करेगा।

सभापति ने आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को भी फटकार लगाई। आप सांसद ने नायडू से राव के व्यवहार को नजरअंदाज करने की सलाह दी थी।

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