राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित
नई दिल्ली, 6 फरवरी (आईएएनएस)| राज्यसभा में मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसदों ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी द्वारा राज्य के कामकाज में कथित हस्तक्षेप को लेकर दिए गए अपने स्थगन नोटिस को सभापति द्वारा नामंजूर करने पर जोरदार हंगामा किया। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न किए जाने के कारण कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सभापति एम.वेंकैया नायडू ने महत्वपूर्ण विधायी कामकाज पूरा किया और टीएमसी, तेदेपा और अकाली दल द्वारा दिए गए कई नोटिसों को खारिज कर दिया।
टीएमसी का नोटिस खारिज किए जाने के बाद पार्टी सांसद डेरेक ओब्रायन ने इस कदम का विरोध किया। उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि एक राज्यपाल निर्वाचित सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप कैसे कर सकता है?
उन्हें हाथ में कागज पकड़े और यह कहते हुए सुना गया कि वह राज्यपाल के पत्र को सदन के पटल पर रखना चाहते हैं।
हालांकि, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इस पत्र में क्या लिखा है।
नायडू ने टीएमसी नेता से राज्यपाल का मुद्दा सदन में नहीं उठाने को कहा लेकिन डेरेक ओब्रायन ने इस आग्रह को अनसुना कर दिया।
उन्होंने कहा, आप सदन को चलने देना नहीं चाहते। मैं सदन को स्थगित करूंगा। मैं सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर रहा हूं।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले टीएमसी और तदेपा सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया।
टीएमसी के सांसद पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे जबकि तेदेपा सांसद बजट में केंद्र सरकार के आंध्र प्रदेश के साथ कथित भेदभाव को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।