विपक्ष मेरा सामना करने से डरता है : ममता
कोलकाता, 2 फरवरी (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य के विपक्षी नेताओं पर बरसते हुए राज्य सरकार के खिलाफ हमेशा ‘साजिश रचने’ का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता जो आरोप लगाते हैं उसका जवाब सुनने के लिए उनके सामने आने से या राज्य सरकार की प्रतिक्रिया सुनने से डरते हैं। ममता ने विधानसभा में कहा, मैंने हमेशा देखा है कि वे लोग हमेशा तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ साजिश रचते रहते हैं, फर्जी अटकलें लगाते रहते हैं और राज्य विधानसभा में संदेह फैलाते रहते हैं। लेकिन, वे लोग इतने समझदार नहीं हैं कि हमारा जवाब सुन सकें क्योंकि वे लोग मेरा सामना नहीं कर सकते।
ममता बनर्जी ने कहा, वे लोग सरकार के जवाब को सुनने से डरते हैं। मैं यह पता लगाना चाहती हूं कि मेरे भाषण के वक्त वह कितनी बार सदन में उपस्थित रहते हैं। शायद एक या दो बार। यह पूरी तरह से सुनियोजित होता है।
ममता ने उनके भाषण के दौरान लगातार बाधा उत्पन्न करने वाले विपक्षी धड़े पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि वे लोग इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए ‘विवाद उत्पन्न करने की घटिया रणनीति’ अपनाते हैं।
उन्होंने कहा, उनका उद्देश्य केवल टीवी पर आने का होता है। ऐसा लगता है कि अगर उन्हें टीवी पर नहीं दिखाया गया तो वे अपने घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। यह घटिया रणनीति है। अगर मैं चाहूं तो मैं हर सेकेंड टेलीविजन न्यूज बना सकती हूं लेकिन यह मेरा उद्देश्य नहीं है।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के अब्दुल मन्नान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह अपने विरोध के दौरान मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए ‘अति उत्साही’ हो गए क्योंकि एक स्थानीय टीवी चैनल ने उन्हें बताया कि उनके (ममता के) सदन में भाषण का सीधा प्रसारण होने वाला है।
हालिया उपचुनाव, जिसमें कांग्रेस व माकपा की हार हुई है, का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इन पार्टी नेताओं को आरोप लगाने के बजाए अपने परिणाम पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा, उन्हें जरा सा भी शर्म नहीं है। इतने खराब प्रदर्शन के बाद भी वे लोग एक दिन भी अपना मुंह बंद नहीं रख सकते। मैं उन्हें लोगों के जनादेश को कम कर के नहीं आंकने की सलाह दूंगी। कितनी बड़ी संख्या में लोगों ने हमें वोट दिया है। वे कैसे कह सकते हैं कि धांधली हुई थी? पर्यवेक्षक और केंद्रीय बल सभी मतदान केंद्रों पर थे। क्या यह सभी हमारे लोग थे?