काबुल हमले में मृतकों की संख्या 103 हुई
काबुल, 28 जनवरी (आईएएनएस)| अफगानिस्तान के काबुल में शनिवार को हुए आतंकवादी हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर रविवार को 103 हो गई, और 235 अन्य घायल हैं।
आंतरिक मामलों के मंत्री वाइस अहमद बरमाक ने रविवार को यह जानकारी दी। आतंकवादी संगठन तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि काबुल के सेंट्रल पार्क में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एक एंबुलेंस को उड़ा दिया था।
मंत्री ने कहा कि घायलों में 30 पुलिसवाले भी शामिल हैं।
अफगानिस्तान के रक्षामंत्री तारिक शाह बहरमी ने कहा, अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ लड़ाई में दुश्मन अपनी जमीन खो रहे हैं, तभी वे प्राणघातक हमलों का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अफगान सुरक्षा बलों ने पिछले 48 घंटों में देश भर में अभियान चलाकर 106 आतंकवादियों को मार गिराया और इस दौरान 65 आतंकवादी घायल हुए हैं।
बहरामी ने कहा, इस दौरान आतंकवादियों द्वारा कब्जे में लिए गए विस्फोटकों से भरे सेना के चार वाहनों को नष्ट कर दिया गया और 11 ठिकानों और नियंत्रण केंद्रों को नष्ट कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान वायुसेना ने देश भर में आतंकवादियों के खिलाफ 19 हवाई हमले किए।
देश की खुफिया विभाग के प्रमुख मोहम्मद मासूम स्तनिकजई ने संवाददाताओं को बताया कि देश की खुफिया एजेंसी राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय ने लहभग एक सप्ताह में 195 आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले आज अफगान सरकार ने देश में हालिया आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया था।
तालिबान ने शनिवार को पिछले कई महीनों में सबसे घातक हमला कर अफगानिस्तान के लोगों को स्तब्ध कर दिया था। भारत और पाकिस्तान के साथ-साथ पूरी दुनिया ने इस हमले की निंदा की थी।
अफगानी विश्लेषकों के अनुसार, शनिवार को हुआ हमला न तो पहला है और न ही अंतिम। उनके अनुसार, कट्टरपंथी हथियारबंद समूह पहले की तरह आगे भी अफगानियों पर हमला जारी रखेंगे।
राजनीतिक विश्लेषक नजरी परियानी ने रविवार को समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, काबुल में प्राणघातक हमला कर दर्जनों लोगों को मारने वाला तालिबानी संगठन जहां एक तरफ ऐसे हमले कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन करना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ शांति वार्ता भी करना चाहते हैं।
तालिबान आतंकवादियों ने 20 जनवरी को इंटरकांटिनेनटल होटल पर हमला किया था, जिसमें अक्सर विदेशी व अफगान अधिकारी आते हैं। इसमें 14 विदेशियों सहित 22 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जन भर से ज्यादा अन्य लोग घायल हो गए थे।
अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन सेना की अफगानिस्तान में बढ़ती संख्या के बीच तालिबान में घातक हमलों में वृद्धि हुई है।
अफगान सरकार व अमेरिकी प्रशासन दोनों चेतावनी भरे लहजे में तालिबान आतंकवादियों को लड़ाई छोड़ शांति प्रक्रिया में शामिल होने का आह्वान कर रहे हैं, ताकि बातचीत के जरिए देश के संकट का हल निकाला जा सके।