राष्ट्रीय

उप्र : कासगंज में फिर आगजनी, 9 अभिुयक्त गिरफ्तार

लखनऊ/कासगंज, 27 जनवरी (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल में मृत चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान से लौट रहे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। वहीं इस मामले को लेकर एटा के सांसद राजवीर सिंह भी धरने पर बैठने गए। इस पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।

कासगंज के जिलाधिकारी आर. पी. सिंह ने कहा कि इस मामले में कासगंज कोतवाली में मामला दर्ज करा दिया गया है और तीन नामजद अभियुक्तों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि कासगंज में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस, पीएसी एवं आरएएफ की तैनाती की गई है। पूरे मामले में लगातार नजर रखी जा रही है।

इससे पहले शनिवार सुबह उपद्रवियों ने अब तक चार दुकान और दो बसों में आग लगा दी। अलीगढ़ मंडलायुक्त और आईजी समेत कई जिलों के अधिकारी और फोर्स हालात को नियंत्रित करने के लिए मौजूद हैं।

स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। कासगंज शहर के सभी पेट्रोल पंप बंद करा दिए गए हैं। बसों का परिचालन भी ठप हो गया है। कासगंज जिले की सभी सीमाएं सील कर पीएसी लगाई गई है।

सांप्रदायिक बवाल के बाद कासगंज जा रही साध्वी प्राची व उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोक लिया। इस दौरान उनकी सिकंदराराऊ कोतवाल से नोंकझोंक हो गई। गाड़ी की चाबी निकालने से समर्थक आक्रोशित हो गए। समर्थकों के साथ साध्वी पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। जिससे अलीगढ़-एटा व मथुरा-बरेली मार्ग पर जाम लग गया।

गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर समुदाय विशेष के लोगों ने विद्यार्थी परिषद् की तिरंगा यात्रा पर पथराव कर दिया था जिससे पूरे शहर में बवाल हो गया था। यात्रा पर जमकर फायरिंग और पथराव के साथ आगजनी की कोशिश की गई। इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। पथराव में आधा दर्जन चोटिल हैं, जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल हैं।

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