हॉकी के जादूगर ध्यानचंद का पद्म पुरस्कार देने में भी नहीं रखा ध्यान
नई दिल्ली। विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं और उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार 85 लोगों को पद्म अवॉर्ड दिए गए हैं। तीन लोगों को पद्म विभूषण, नौ लोगों को पद्म भूषण और 73 लोगों को पद्मश्री से नवाजा गया है।
भारत सरकार ने बृहस्पतिवार की रात दोनों को पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने की घोषणा की लेकिन एक बार फिर हॉकी के जनक दद्दा ध्यानचंद को नजरअंदाज कर दिया गया है। भारतीय खेल के इतिहास में दद्दा ध्यानचंद का बड़ा योगदान रहा है लेकिन भारत सरकार लगातार उनके नाम पर विचार तक नहीं करती है। यह भी रोचक बात है कि खेल मंत्रालय ने उनके नाम की सिफारिश की थी लेकिन सरकार ने इसपर विचार नहीं किया।
यह भी रोचक बात है कि सचिन तेंदुलकर को महज़ 24 घंटे के अंदर आनन-फानन में भारत रत्न दे दिया जाता है लेकिन इस देश की विड्मना है कि हॉकी के जादूगर की सुनहरी कामयाबियों के बावजूद उन्हें नजरअंदाज किया जाता रहा है।
70 और 80 दशक में भारतीय हॉकी को नई पहचान दिलाने वाले मेजर ध्यानचंद को अब तक उनकी कामयाबी के सरकार ने कभी कुछ नहीं किया है। खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद को याद किया जाता है लेकिन अब उनको भारत रत्न देने के बारे में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ध्यानचंद के बेटे और 1975 की विश्वविजेता भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रहे अशोक ध्यानचंद 2012 से सरकार से गुहार लगा चुके हैं कि उनके पिता को भारत रत्न मिले लेकिन सरकार है जो तस-मस तक नहीं हो रही है। हालांकि सरकार उन्हें महान खिलाड़ी बताती लेकिन अवॉर्ड देने के नाम पर किनारा करती है।
विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं और उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार 85 लोगों को पद्म अवॉर्ड दिए गए हैं। तीन लोगों को पद्म विभूषण, नौ लोगों को पद्म भूषण और 73 लोगों को पद्मश्री से नवाजा गया है।
ये सम्मान कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और अभियांत्रिकी, लोक मामलों, सिविल सेवाओं, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में दिए जाते हैं। पद्मविभूषण पुरस्कार कला-संगीत के क्षेत्र में इलैयाराजा, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में परमेश्वरन और कला-संगीत के क्षेत्र में गुलाम मुस्तफा खान को मिला है।
जिन नौ लोगों को पद्म भूषण सम्मान दिया गया है उनमें पंकज आडवाणी को खेल के क्षेत्र में, महेन्द्र सिंह धोनी को क्रिकेट में योगदान के लिए, केरल के फिलीपोज मार क्रिसोटम को, पब्लिक अफेयर्स के क्षेत्र में रूस के अलेक्जेंडर कदाकिन को पद्म भूषण सम्मान मिला है।
पांच अन्य लोगों को यह सम्मान प्रदान किया गया है। साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अरविंद गुप्ता और विजयलक्ष्मी नवनीत कृष्णन को पद्म श्री से नामित किया गया है। भज्जू श्याम को कला के क्षेत्र में, सुभाषिनी मिस्त्री और सुधांशु बिस्बास को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किए जाने का एलान हुआ है। इनके अलावा 68 और लोगों को यह पुरस्कार से नवाजा गया।