ऑनलाइन सीखें याथिस समग्र चिकित्सा उपचार
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)| अगर आप ग्रेजुएट हैं लेकिन आपके पास नौकरी नहीं है, या फिर आप अपनी वर्तमान नौकरी से खुश नहीं हैं और इसे छोड़ना चाहते हैं, या फिर आप सेवानिवृत्ति के बाद कुछ करना चाहते हैं, तो ऐसे में याथिसहॉलिस्टिक डॉट कॉम आपके लिए एक ऐसा कार्यक्रम लेकर आया है, जो आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा, अच्छी कमाई कराएगा साथ ही अपने काम से संतुष्टि भी प्रदान करेगा।
इस काम को करने से न सिर्फ आप दूसरों की मदद कर पाएंगे, बल्कि आपको अपने अपनों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताने का भी मौका मिलेगा। इससे आपको कॉरपोरेट लाइफ की चूहा दौड़ और गला काट प्रतिस्पर्धा के तनाव से भी बचने में मदद मिलेगी। यह आपके लिए ऐसा दरवाजा खोलता है, जो आपको संपूर्ण जिस्ट (जीआईएसटी या वृद्धि, आय, संतुष्टि और वक्त) प्रदान करता है।
याथिस के मुख्य हीलर डॉ. हितेश चक्रवर्ती इसके संस्थापक हैं। वे एक प्रशिक्षित और सर्टिफाइड हिप्नोथेरेपिस्ट हैं।
याथिस का मानना है कि सालों के अनुभव और शिक्षा के बाद जो ज्ञान प्राप्त हुआ है, उसे दूसरों के साथ बांटना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा फैलाना चाहिए। याथिस ने ऐसे पाठ्यक्रमों को तैयार किया है, जो एक इंसान का अपनी अंदरूनी शक्ति से साक्षात्कार कराता है। इससे व्यक्ति न सिर्फ खुद के इलाज की तकनीक सीखता है, बल्कि दूसरों की सहायता के लिए भी कौशल और अनुभव प्राप्त करता है, ताकि दुनिया रहने के लिए एक बेहतर स्थान बन सके।
चक्रवर्ती ने कहा कि याथिस लर्न (याथिसहॉलिस्टिक डॉट कॉम स्लैश लर्न डैश याथिस) पाठ्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय हिप्नोसिस एसोसिएशन (आईएचए, यूएसए) ने मंजूरी दी है। यह लोगों को हिप्नोटिज्म के क्षेत्र में कैरियर बनाने का मौका देता है, जो लाभप्रद तथा संतोषजनक है। इन पाठ्यक्रमों को फुल-टाइम क्लासरूम कोर्स से किया जा सकता है या फिर कई खंडों में ऑनलाइन भी किया जा सकता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रों को दो सर्टिफिकेट्स दिए जाते हैं, एक याथिस लर्न हॉलिस्टिक हीलिंग प्रा. लि. की तरफ से और दूसरा इंटरनेशनल हिप्नोसिस एसोसिएशन (आईएचए), यूएसए की तरफ से।
उन्होंने कहा कि याथिस लर्न का प्रमुख कोर्स सर्टिफिकेट इन हॉलिस्टिक हीलिंग है। इसे बहुत ही मेहनत और योजना के साथ तैयार किया गया है। यह शिक्षार्थियों को उनके खुद के मस्तिष्क, मूल्य प्रणाली और विश्वासों को समझने में मदद करता है। यह उन कौशलों का भी विकास करता है, जो मानसिक स्वास्थ्य, कल्याण, भावनात्मक कल्याण और दूसरों के आध्यात्मिक विश्वास से जुड़ी समस्याओं की पहचान कर उनकी मदद करने में सक्षम बनाता है।
इसके साथ ही यह कोर्स ब्रह्मांड के रहस्यों को भी समझने में मदद करता है, जिसमें हम रहते हैं। यह आत्मा, आनुवांशिकी, पिछला जीवन, पुरानी बीमारियों की तत्व मीमांसा, मृत्यु की जैव ऊर्जा, पैतृक चिकित्सा आदि से जुड़ी जटिलता को समझने की तकनीक सिखाती है।
चक्रवर्ती ने कहा कि यह कोर्स भागीदारों को शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक मुद्दों के निवारण में प्रशिक्षित करेगा। जिसमें मनोवैज्ञानिक मुद्दों में तनाव, डर, निराशा, चिंता, स्मृति लोग, अनिंद्रा, गुस्सा, दृष्टिकोण मुद्दों, मृत्यु या नुकसान से सामना करना, तलाक मुद्दों, मानसिक परेशानी, डर और फोबिया, उच्च रक्तचाप, एलर्जी, नशा, असुरक्षा, दु:स्वप्न आदि मुद्दे शामिल हैं।
बच्चों से जुड़े मुद्दों में अंगूठा चूसना, उग्र व्यवहार, बिस्तर गीला करना, निष्क्रिय/आक्रामक व्यवहार, परीक्षा का डर, गुस्सा, सर्दी-खांसी आदि शामिल है। जीवन से जुड़े मुद्दों में वित्तीय घाटा, संबंध संबधी मुद्दे, व्यापार संबंधी मुद्दे, पैतृक मुद्दे, गर्भपात आदि तथा अलौकिक मुद्दों में काला जादू, समस्याएं, आत्मा का इलाज, पिछले जीवन के मुद्दे, आत्मा और बुरी ताकतों का साया आदि शामिल है।