फिल्म-उद्योग में बने रहने की कुंजी धैर्य है : राहुल कपूर
मुंबई, 18 जनवरी (आईएएनएस)| फिल्म ‘वोदका डायरीज’ के साथ बॉलीवुड में प्रवेश कर रहे अभिनेता राहुल कपूर ने कहा कि मनोरंजन जगत में बने रहने की कुंजी धैर्य है। टीवी धारावाहिक ‘सूर्यपुत्र कर्ण’ और ‘वीरा’ में नजर आ चुके राहुल ने मनोरंजन जगत में संघर्ष के बारे में कहा, मैं पंजाब के पटियाला से हूं, बिना किसी के सहयोग के इस स्तर पर पहुंचना बहुत मुश्किल था। इसलिए मुझे लगता है कि फिल्म उद्योग में खुद को बचाए रखने की कुंजी धैर्य है।
उन्होंने कहा, इस तरह के भी आंकड़े हैं कि रोजाना 10,000 लोग कलाकार बनने के लिए मुंबई आते हैं और 20,000 के आसपास लोग वापस लौट जाते हैं। तो, अगर आपके पास धैर्य नहीं है तो आपको इस उद्योग में प्रवेश करने का निर्णय नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने कहा, मैं पेशे से इंजीनियर हूं लेकिन नौकरी इसलिए छोड़ी क्योंकि मुझमें अभिनय का जुनून था और मुझे पता था कि मुझे अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा।
राहुल टीवी और संगीत वीडियो के विज्ञापनों से एक परिचित चेहरा बने।
‘वोदका डायरीज’ में अपने किरादार के बारे में उन्होंने कहा, इससे पहले मैंने ‘डी-डे’ में काम किया था जिसमें मेरी छोटी भूमिका थी। लेकिन, ‘वोदका डायरी’ में सशक्त किरदार है, जो कहानी का अभिन्न हिस्सा है और फिल्म को क्लाइमेक्स तक ले जाता है। मैं निखिल की भूमिका में हूं, जो स्टाइलिश और फ्लर्टी है।
यह फिल्म 19 जनवरी को रिलीज होगी।