तमिलनाडु में सरकारी बसों की हड़ताल जारी, मुसाफिर बेहाल
चेन्नई, 11 जनवरी (आईएएनएस)| तमिलनाडु में वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सरकारी बस कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के आठवें दिन जारी रहने से आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिससे वे काफी नाराज हैं। पोंगल त्योहार के केवल कुछ दिन बचे हैं लेकिन इस हड़ताल के खत्म होने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है। हालांकि, सरकार ने बुधवार को हड़ताल खत्म कराने के लिए 750 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की लेकिन हड़ताल पर गए कर्मचारी इससे संतुष्ट नहीं हैं।
गुरुवार को ट्रेड यूनियनों के सदस्यों ने पल्लवन हाउस में हड़ताली बस कर्मियों के समर्थन में अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया।
यूनियन के एक नेता ने सरकार के साथ शीघ्र बातचीत की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी होती हैं तो वे तुरंत काम शुरू कर देंगे।
श्रमिक संघों ने मद्रास उच्च न्यायालय से अनुरोध किया कि वे 4 जनवरी को अन्ना वर्कर्स यूनियन के पक्ष में जारी सरकार के आदेश को रद्द कर दे और उन्होंने न्यायाधीश से कहा कि वह अधिकारियों को हड़तालियों के साथ शीघ्र चर्चा शुरू करने का आदेश दें।
विपक्षी दल द्रमुक के समर्थन वाले लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन ने कहा कि एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश को हड़तालियों और सरकार के बीच वार्ता शुरू करने के लिए नामित किया जाना चाहिए।
हड़ताल के कारण सरकारी बसों से यात्रा करने वाले हजारों लोग लोकल ट्रेनों से यात्रा करने पर मजबूर हैं जिससे ट्रेनों में भारी भीड़ उमड़ रही है। पोंगल के मौके पर घर जाने वालों को बेहद दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि सरकार खड़ी बसों को चलाने के लिए अतिरिक्त चालकों न कंडक्टरों की सेवाएं लेने पर विचार कर रही है।