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गूगल ने डूडल के जरिए हरगोविंद खुराना को दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, 9 जनवरी (आईएएनएस)| गूगल ने मंगलवार को अपने डूडल के जरिए भारतीय मूल के अमेरिकी बॉयोकेमिस्ट व नोबेल पुरस्कार विजेता हरगोविंद खुराना का उनकी 96वीं जयंती पर सम्मान किया है, जो डीएनए अणुओं का रासायनिक संश्लेषण करने के लिए पहले वैज्ञानिक के रूप में जाने जाते हैं। खुराना का जन्म रायपुर में हुआ था, जो वर्तमान में पाकिस्तान के कबीरवाला में पड़ता है। वह परिवार के पांच बच्चों में सबसे छोटे थे।

उनके पिता गणपत राय खुराना ब्रिटिश भारतीय प्रशासन में चुंगी क्लर्क के रूप में काम करते थे। गांव के करीब 100 लोगों में से सिर्फ खुराना परिवार साक्षर था।

खुराना भारत में 1945 तक रहे और फिर लिवरपूल यूनिवर्सिटी से पी.एच.डी. की डिग्री लेने के लिए आगे की पढ़ाई पढ़ने इंग्लैंड चले गए, जिसके बाद उन्हें भारत सरकार से फेलोशिप मिल गई।

खुराना 1952 से 1960 तक यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया में शिक्षक के रूप में सेवारत रहे, जहां उन्होंने जैविक रूप से दिलचस्प फॉस्फेट एस्टर और न्यूक्लिक एसिड के क्षेत्र में काम शुरू किया, जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ।

साल 1966 में उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ले ली और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विज्ञान पदक से भी सम्मानित हुए।

साल 1968 में उन्हें शरीर विज्ञान या मेडिसिन में मार्शल डब्ल्यू. नीरेनबर्ग और रॉबर्ट डब्ल्यू हौली के साथ नोबेल पुरस्कार मिला।

नवंबर 2011 में अमेरिका के मेसाच्युसेट्स में खुराना का 89 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया। उनके परिवार में उनके बच्चे जूलिया और डेविल हैं।

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