बिहार में सर्दी का प्रकोप जारी, ठंडी हवा ने बढ़ाई ठिठुरन
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)| बिहार की राजधानी पटना तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में चल रही ठंडी हवा और कोहरे के कारण ठिठुरन बढ़ गई है तथा न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। पुर्णिया में सोमवार को न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इधर, आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि ठंड के मद्देनजर राज्यभर के सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। इस बीच 10 जनवरी तक राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में आठवीं कक्षा (वर्ग) तक के स्कूलों में पठन-पाठन का कार्य बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक ठिठुरन से राहत नहीं मिलने के आसार जताए हैं। बिहार के भागलपुर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस, पटना में 5.6 डिग्री तथा गया में 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक-दो दिनों तक मौसम में किसी खास परिवर्तन की संभावना नहीं है। पूरे बिहार में कड़ाके की ठंड बनी रहेगी तथा न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इस दौरान न्यूनतम तापमान और अधिकतम तापमान में अंतर भी कम रहेगा।
पटना में रविवार को अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
कड़ाके की ठंड और कोहरे ने आम जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य की परिवहन व्यवस्था पर इसका बुरा असर पड़ा है। मौसम के इस कहर के कारण फुटपाथ पर अपनी रात गुजारने वाले रिक्शे और ठेले वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि कड़ाके की ठंड को लेकर सरकार द्वारा कई तरह के प्रबंध किए गए हैं।
विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्घ प्रसाद ने सोमवार को बताया, राज्य के सभी जिलों को मिलाकर 66.29 लाख प्रभावित लोगों के लिए तत्काल 1525 जगहों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। राज्य में 39 रैनबसेरों में लोग शरण ले रहे हैं। इस क्रम में छह हजार से ज्यादा कंबल बांटे गए हैं।
उन्होंने दावा किया कि इस वर्ष ठंड से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। हालांकि अपुष्ट खबरों के मुताबिक राज्य में ठंड से 40 लोगों की मौत हो चुकी है।