केरल की मंत्री शैलजा के खिलाफ सतर्कता जांच शुरू
तिरुवनंतपुरम, 6 जनवरी (आईएएनएस)| सतर्कता और भ्रष्टाचार ब्यूरो ने शनिवार को केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा द्वारा दिए गए स्वास्थ्य बिलों की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। मंत्री के खिलाफ यह जांच भाजपा के वरिष्ठ नेता के. सुरेंद्रन और के.एम. शाजहां द्वारा दर्ज शिकायतों के बाद हुई है। शाजहां दिग्गज नेता वी. एस. अच्युतानंदन की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) में पूर्व सचिव थे।
शाजहां ने आरोप लगाया कि मंत्री और कुछ चिकित्सा पेशेवर फर्जी दस्तावेजों के सहारे सरकारी खजाने से 390,250 रुपये की धोखाधड़ी की आपराधिक साजिश में शामिल हैं।
शिकायत में कहा गया कि मामले में केरल विधानसभा (चिकित्सा सुविधाएं) नियम 1994 का बड़े पैमाने पर उल्लंघन किया गया। इस नियम के तहत चिकित्सा उपचार की प्रतिपूर्ति का दावा सदस्यों द्वारा किया जाता है।
मुद्दे के मीडिया में सामने आने से न केवल मंत्री की परेशानी बढ़ गई बल्कि माकपा के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो गई और साथ ही मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है।
शैलजा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ उसका दावा किया है जिसकी वह हकदार हैं।
प्राथमिक जांच में यह पता लगाया जाएगा कि कहीं नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ।
अगर जांच के नतीजे मंत्री के खिलाफ आते हैं तो यह सत्तारूढ़ पार्टी के लिए 22 जनवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में सिरदर्द बन सकता है।