भारत ने जाधव के वीडियो को ‘प्रोपेगेंडा अभ्यास’ बताया
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)| भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान की ओर से जारी कुलभूषण जाधव के वीडियो की विश्वसनियता पर सवाल उठाए और इसे ‘प्रोपेगेंडा फैलाने वाला अभ्यास’ कहा। भारत ने साफ कहा है कि इस ‘वीडियो की कोई विश्वसनीयता नहीं है।’ पाकिस्तान की ओर से गुरुवार को जारी वीडियो में कुलभूषण जाधव को यह कहते देखा जा सकता है कि पाकिस्तान में कैद के दौरान उन्हें कोई यातना नहीं दी गई है। वह यह भी कह रहे हैं कि जब उनकी पत्नी व मां उनसे मिलने आई थीं तो उन्होंने एक भारतीय व्यक्ति या राजनयिक को उन पर (पत्नी व मां पर) चिल्लाते देखा था।
जाधव जासूसी और आतंकवाद के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। उन्हें पाकिस्तानी अदालत ने मौत की सजा सुनाई हुई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस पर (वीडियो पर) कोई आश्चर्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान ने दबाव देकर दिलवाया गए बयान को वीडियो में डालने का अपना तरीका जारी रखा हुआ है।
उन्होंने कहा, अब पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि प्रोपेगेंडा के ऐसे अभ्यासों की कोई विश्वसनीयता नहीं है। कैद में एक व्यक्ति दबाव में आकर अपनी ही भलाई की बात कर रहा है और कैद करने वाले के आरोपों के बारे में बोल रहा है, इस बेतुकेपन पर टिप्पणी की जरुरत नहीं है।
कुमार ने कहा, पाकिस्तान को बेहतरीन सलाह यह है कि वह अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करे, चाहे वह राजनयिक संबंधों पर हो या आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव 1267 और 1373 हो। पाकिस्तान को साथ ही भारतीय नागरिक के मानवाधिकार के लगातार उल्लंघन से दूर रहना चाहिए।
वीडियो में जाधव यह कहते दिख रहे हैं कि पाकिस्तान में हिरासत में उन्हें यातना नहीं दी गई और उन्होंने बीते महीने मुलाकात के बाद एक भारतीय राजनयिक को अपनी मां व पत्नी पर ‘चिल्लाते’ हुए देखा था।
जाधव ने वीडियो में पाकिस्तान सरकार को अपनी मां अवंती व पत्नी चेतनकुल से मुलाकात के लिए धन्यवाद दिया।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने 25 दिसम्बर को जाधव और उसके परिजनों के बीच विदेश कार्यालय में शीशे के पार से मुलाकात करवाई थी।