केरल सचिवालय स्टाफ के लिए बॉयोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य
तिरुवनंतपुरम, 1 जनवरी (आईएएनएस)| केरल राज्य सचिवालय में कार्यरत पांच हजार से ज्यादा कर्मचारियों को सोमवार से सुबह ऑफिस आते वक्त और शाम को घर जाते वक्त बॉयोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य होगा। पिछले एक दशक में यह तीसरी बार हो रहा है कि बॉयोमेट्रिक उपस्थिति वाला नियम लागू किया गया है।
पिछले दो मौके पर विभिन्न कर्मचारी संगठनों के कड़े विरोध के कारण यह नियम लागू नहीं हो पाया था।
इस दफा भी कर्मचारियों ने इस प्रणाली से बच निकलने के लिए अपनी तरफ से काफी प्रयास किए लेकिन मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन अपने फैसले पर बने रहे और इस नियम को लागू करने के फैसला किया।
इस नई प्रणाली के लागू होने के बाद मुख्यमंत्री के साथ साथ उनके सभी सहयोगी मंत्री और मुख्य सचिव समेत सभी कर्मचारियों को कार्यालय में आते और जाते वक्त पंच करना अनिवार्य होगा।
सचिवालय का आधिकारिक समय सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे का है।
कोई भी कर्मचारी अगर तीन तक लगातार सुबह 10:15 के बाद आता है तो उसे एक दिन की तनख्वाह काटी जाएगी। बॉयोमेट्रिक का सीधा संबंध तनख्वाह रजिस्टर से होगा, जिसके कारण अपने कार्य से बच पाना नमुमकिन होगा।
यह सुनिश्चित करने के लिए जल्दी भागते हुए कि उनका पंच हुआ है या नहीं कर्मचारियों के एक समूह ने कहा, हमें नियमों का पालन करना होगा क्योंकि यह हमारा कर्तव्य है। हम इसका पालन करने के लिए बाध्य हैं, इसलिए सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि जो भी हमसे कहा जा रहा है उसे पूरा करे। यदि हम अगर ऐसा नहीं करते हैं तो महीने के अंत में, हमारे वेतन में कटौती होगी , जिसे हमें परेशानी होगी।
यह देखना होगा कि क्या यह नया नियम सही ढंग से इस्तेमाल में आता है या फिर पिछली दो बार की तरह विफल हो जाता है क्योंकि पंचिंग मशीनें या तो खराब हो चुकी है या फिर बदली नहीं गई है।