मुंबईकरों ने रद्द की नए साल के जश्न की तैयारियां
मुंबई, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)| शुक्रवार को पब में आग लगने से 14 लोगों की मौत से पहुंचे आघात पर कई मुंबईकरों ने शनिवार को कहा कि उन्होंने नए साल के जश्न को या तो रद्द कर दिया है या फिर कम कर दिया है। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर हैशटैगमुंबईमॉर्निग अभियान शुरू किया गया है। इसके जरिए लोगों से जश्न का बहिष्कार करने या कम से कम खुशी मनाने की अपील की गई है।
पब्लिक रिलेशंस काउंसिल ऑफ इंडिया ने हैशटैगवीआरप्लेइंगविथफायर अभियान चलाया है। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.एन. कुमार ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर आग सुरक्षा की भयावहता पर ध्यान देने के लिए अपील की है।
पीआरसीआई के चेयरमैन एमरिटस एम.बी. जयराम ने कहा, हम रेस्तरां, होटल, मल्टीप्लेक्स इत्यादि में संकरे रास्ते पर गौर नहीं करते हैं जो दुर्घटना के जाल में फंसने के बाद मौत का सबब बन सकती है।
फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया मंचों पर हादसे में मारे गए 14 लोगों को हस्तियों के साथ साथ आम लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले संदेश भेजे और अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई।
सहस फाउंडेशन समेत विभिन्न संगठनों ने शनिवार को मोमबत्ती जलाकर जुलूस और शांति जुलूस का आयोजन किया, जिसमें लोगों को होटल, पब या रेस्तरां में नए साल के जश्न का बहिष्कार करने का आग्रह किया गया। साथ ही लोगों से नए साल के स्वागत पर पटाखे नहीं फोड़ने का भी आग्रह किया गया है।
महात्मा गांधी के परपोते तुषार ए. गांधी ने आईएएनएस को बताया, यह समय सड़े हुआ सिस्टम को पूरी तरह से साफ कर सुरक्षा की सीधे तौर पर मांगकर नियमों और विनियमों को सख्त तरीके से लागू करने का है। यह समय विरोध और धरना देने का है।
मुंबई के वकील विवेकानंद गुप्ता ने शनिवार को महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग में एक शिकायत दर्ज की, जिसमें यह दर्शाया गया कि 29 दिसंबर को रेस्तरां में मानव अधिकारों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन किया गया था। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हुई थी।