रावत की अग्निपरीक्षा, विधायकों की भागम-भाग
देहरादून। हाईकोर्ट के बागियों को लेेकर किये गये फैसले के बाद उत्तराखंड में सत्ता संग्राम तेज हो गया है। मंगलवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के विधायकों में सेंध लग रही है। दोनों ही दलों के विधायकों के टूटने व जुड़ने के कयास से बाजार दिन भर गरम रहा। कांग्रेस और भाजपा के प्रदेश कार्यालयों में भी कम चहलकदमी रही लेकिन जो भी वहां पहुंच रहा था उनके बीच में सत्ता के इस संग्राम को लेकर कयासबाजी व बहस हो रही थी। सरकारी विभागो ंमें सोमवार को राजनीतिक बहस ही चलती रही। हालांकि आंकड़ों की बाजीगिरी में पूर्व सीएम हरीश रावत का पलड़ा भारी माना जा रहा है।
राजकुमार, मालचंद व दान सिंह पर कयासबाजी
इस बीच राजनीतिक दलों के नेता जो कुर्सी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं उनके माथे पर सलवटें नजर आती रहीं। इसके तहत दिन भर नेताओं की निष्ठा को तोला जाता रहा। इनमें भाजपा के कई विधायकों के टूटने की कयासबाजी होती रही। भाजपा के विधायक भीमलाल आर्य तो पहले ही कांग्रेस खेमे में गिने जा रहे हैं हालांकि व्हिप का उल्लंघन उनके लिए भारी पड़ सकता है। इसके अलावा राजकुमार ठुकराल, दान सिंह भंडारी और मालचंद के भी कांग्रेस के समर्थन में जाने की कयासबाजी रही। सोशल मीडिया पर भी भाजपा के इन विधायकों के टूटने की खबर चलती रही। हालांकि भाजपा ने इस तरह के किसी विधायक के टूटने की खबरों का खंडन किया है।
रेखा, मदन बिष्ट की निष्ठा पर भी सवाल
उधर, कांग्रेस की एमएलए रेखा आर्य, मदन सिंह बिष्ट और बसपा के दो विधायकों के भी पाला बदले की संभावना जतायी जा रही है। यही नहीं तीन निर्दलीयों पर भी दोनों ही दलों की नजरें टिकीं हैं। बताया जाता है कि मंत्री प्रसाद नैथानी को मनाने के लिए सतपाल महाराज गुट ने पूरी ताकत झोंकी है। इसी तरह से श्रीनगर के विधायक गणेश गोदियाल को भी महाराज का निकटस्थ माना जाता है। गोदियाल पर भी कांग्रेस व भाजपा दोनों की नजरें हैं। सूत्रों के अनुसार निर्दलीय विधायक दिनेश धनै को लेकर भी कयास लगाया जा रहा है कि वो टूट सकते हैं। इसका तर्क यह दिया जा रहा है िक वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के विधानसभा क्षेत्र से दावेदार हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने किशोर उपाध्याय को हरा दिया था। इस तरह धनै अब राजनीतिक पलटी मार सकते हैं।
कत्ल की रात
गौरतलब है कि रविवार को पूर्व सीएम हरीश रावत का दूसरा स्टिंग उजागर हुआ। इसमें कांग्रेस के विधायक मदन बिष्ट ने कहा कि सीएम रावत ने 12 कांग्रेसी विधायकों को पैसे दिये। अहम बात यह है कि इस पूरे प्रकरण के बावजूद दोनों ही दल दावा कर रहे हैं कि बहुमत उनके पास है। बहरहाल, देखना यह होगा कि आखिर फ्लोर टेस्ट पर जीत किसकी होती है।