महाकाल के दर्शन को पहुंची अरुणिमा तो उड़ गया उनकी विकलांगता का मजाक
उज्जैन। विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भारत का झंडा बुलंद करने वाली पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को उज्जैन के महाकाल मंदिन के दर्शन करने से रोक दिया गया है। इतना ही नहीं उनकी दिव्यांगता का जमकर मजाक भी उड़ाया गया। इस घटना के बाद अरुणिमा सिन्हा की आंख से आंसू तक निकल गए।
उन्होंने ट्वीट कर महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था पर रोष और दुख प्रकट किया साथ ही अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की भी बात कही। इसके तुरंत बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने मामले को लेकर कड़ा रूख अपनाते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
हालांकि इस पूरे घटना क्रम पर प्रशासन ने अपनी सफाई देने की कोशिश की है। अपर कलेक्टर के अनुसार फुटेज की जांच की गई तो पता लगा है कि अरुणिमा 4.30 बजे मंदिर पहुंची थीं। उस वक्त भस्मारती शुरू हो चुकी थी। उन्हें नंदीहॉल में बैठाया गया। फुटेज में वह दर्शन करते हुए दिख रही हैं। भस्मारती के दौरान धर्म परंपरा के अनुसार मंदिर में ड्रेस कोड का पालन होता है। इसमें महिलाओं को साड़ी पहनना अनिवार्य है। इसलिए गर्भगृह में जाने से रोका गया। उधर इस पूरे मामले में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने जांच के आदेश दिए है।