मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड महिला अधिकारों के लिए आगे आए : भाजपा
लखनऊ, 26 दिसम्बर (आईएएनएस/आईपीएन)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीन तलाक विधेयक के मुद्दे पर कहा है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड वर्षो से तीन तलाक के कारण पीड़ित और प्रताड़ित भारतीय मुस्लिम समाज की महिलाओं के साथ हुए अन्याय का प्रायश्चित करे तथा महिला अधिकारों के सम्मान, उनकी सुरक्षा तथा महिलाओं की मर्यादा का सम्मान करते हुए विधेयक के समर्थन में आगे आए। पार्टी ने कहा कि मुस्लिम धर्म के अनेक अनुयायी देश हैं जहां तीन तलाक निषेध है। ऐसे में भारत में भी मुस्लिम महिलाओं को सम्मान और मर्यादा के साथ जीवन जीने का हक है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने मंगलवार को कहा, भाजपा नेतृत्व की पहल का ही नतीजा है कि सैकड़ों वर्षो से भारत में तीन तलाक का दंश झेल रही मुस्लिम समाज की महिलाएं भी अब इस कुरीति के खिलाफ संघर्ष के लिए आगे आ रही हैं। मुस्लिम समाज से अनेक शिक्षित तथा जागरूक महिलाओं ने खुलकर सरकार द्वारा तीन तलाक पर लाए जा रहे विधेयक और उसमें किए गए सजा के प्रावधान को आवश्यक बताया है।
पांडेय ने कहा, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा तीन तलाक से संबंधित विधेयक को शरीयत तथा संविधान के मौलिक अधिकारों से जोड़ा जाना गलत है। तीन तलाक का प्रावधान शरीयत में नहीं है तथा यह विधेयक मुस्लिम महिलाओं के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, करोड़ों की संख्या में भारत में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग समाज में व्याप्त इस कुरीति के सख्त खिलाफ हैं। अनेक पढ़े-लिखे जागरूक मुस्लिम समाज के लोगों ने विधेयक का मुखर होकर समर्थन किया है। फतवा जैसे कुरीति के डर से मुस्लिम समाज से बड़ी संख्या में लोगों का मौन समर्थन है।
उन्होंने कहा, हम उन सब लोगों का स्वागत करते हैं जो आधी आबादी के प्रति हो रहे अन्याय के खिलाफ विधेयक के समर्थन में हैं।