राहुल कांग्रेस अध्यक्ष बने, मोदी पर ‘मध्ययुगीन’ राजनीति का आरोप
नई दिल्ली, 16 दिसंबर (आईएएनएस)| राहुल गांधी ने शनिवार को अंतत: देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाल लिया और इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को मध्ययुग में वापस ले जाने पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश को ऐसे काल में ले गए, जहां लोगों के पसंदीदा भोजन, उनकी आस्था के लिए हत्या की जाती है। पार्टी मुख्यालय 24 अकबर रोड पर आयोजित समारोह में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन द्वारा निर्वाचन प्रमाणपत्र राहुल को सौंपे जाने के साथ कांग्रेस के नए अध्यक्ष की ताजपोशी की प्रक्रिया पूरी हुई। इस मौके पर सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
राहुल ने अपनी मां सोनिया गांधी से अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण किया। नए पार्टी अध्यक्ष के रूप में अपने पहले भाषण में राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाने साधते हुए कहा, वह हमें वापस मध्ययुग में ले जा रहे हैं। कांग्रेस भारत को 21वीं शताब्दी में वापस लाई, जबकि प्रधानमंत्री मोदी हमें मध्ययुग में वापस ले गए, जहां लोगों को उनकी आस्था और उनके खान-पान के लिए मारा जाता है।
उन्होंने कहा, भद्दी हिंसा ने हमें विश्व के सामने शर्मिदा किया। हमारा देश जिसका दर्शन व इतिहास प्यार और करुणा से बना है, इस तरह के डर से इसकी छवि को नुकसान पहुंचा और हमारे इस महान देश में इस क्षति की भरपाई कुछ भी करके नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा, आज भाजपा पूरे देश में आग व हिंसा फैला रही है और केवल एक शक्ति इसे रोक सकती है। वह है कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता। वे लोग तोड़ेंगे और हम जोड़ेंगे। वे लोग आग लगाएंगे और हम उसे बुझाएंगे। वे गुस्सा पैदा करेंगे और हम प्यार पैदा करेंगे। हममें और उनमें यही अंतर है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस कार्यकर्ता व नेता, आप सभी मेरे परिवार हैं, चाहे आप युवा हैं, बुजुर्ग हैं, चाहे आप जहां से भी आए हों, आप सभी मेरे हैं और मैं आपको अपना पूरा प्यार दूंगा।
मोदी द्वारा ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ कहने पर इशारा करते हुए राहुल ने कहा, कांग्रेस भाजपा को अपना भाई और बहन मानती है, यद्यपि वे हमसे सहमत नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, वे कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं, वे हमें मिटाना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस सभी भारतीयों की इज्जत करती है, यहां तक कि भाजपा की भी। हम नफरत के साथ नफरत से नहीं लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस ने हमेशा अपनी चुनौतियों व संघर्षो का प्यार व स्नेह से सामना किया है। वे आवाज कुचलेंगे, हम सबसे कमजोर को बोलने की इजाजत देंगे। वे हमारा तिरस्कार करेंगे, हम इज्जत करेंगे और खुद का बचाव करेंगे।
राहुल ने कहा, वे सत्ता प्रतिष्ठानों, शांत करने और भयभीत करने की मशीनरी पर नियंत्रण स्थापित कर सकते हैं, लेकिन हम कांग्रेस के लोग जनता के लोग हैं।
राहुल की ताजपोशी समारोह में पिछले 19 सालों तक पार्टी की कमान संभालने वाली उनकी मां सोनिया गांधी (70), बहन प्रियंका वाड्रा, बहनोई रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। पार्टी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर आतिशबाजी कर, मिठाइयां बांटकर और नाच-गा कर अपनी खुशी जाहिर की।
राहुल (47) ने हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम आने से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभाला है।
राहुल ने कहा, राजनीति जनता के लिए होती है, लेकिन आज राजनीति का इस्तेमाल जनता के लिए नहीं किया जा रहा है। राजनीति का इस्तेमाल लोगों के उत्थान के लिए नहीं, बल्कि उन्हें कुचलने के लिए हो रहा है।
उन्होंने कहा कि देश के कई लोगों का हमारे समय की राजनीति से मोहभंग हो गया है, क्योंकि आज राजनीति में करुणा और सच्चाई का अभाव है।
राहुल ने कहा, आपके सामने एक उदाहरण है। एक बार अगर आग लग जाए तो बुझाना मुश्किल होता है। हम यही बात भाजपा के लोगों से कह रहे हैं कि अगर देश को आप आग के हवाले कर देते हैं तो उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा। आज भाजपा ने देश भर में हिंसा की आग फैला रखी है।
सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर अपने अंतिम भाषण में कहा, कांग्रेस 2014 से विपक्ष की भूमिका निभा रही है और इस तरह की चुनौतियों का सामना कभी नहीं किया, जैसा अभी करना पड़ रहा है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा, हमारे संविधान के मूल पर हमला किया जा रहा है, लेकिन एक अनुकरणीय ऊर्जा हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास है। हम वो नहीं हैं, जो डर जाए, क्योंकि हमारा संघर्ष इस देश की आत्मा का संघर्ष है। कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता डरे हुए नहीं हैं।
उन्होंने कहा, हम झुकेंगे नहीं। हमारा संघर्ष देश के लिए है और हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे। हम हार नहीं मानेंगे।
सोनिया ने कहा, राहुल मेरे बेटे हैं, तो मुझे नहीं लगता कि उनकी तारीफ करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन मैं कहना चाहूंगी कि बचपन से ही उन्हें हिंसा के आघात को सहना पड़ा है। राजनीति में आने के बाद से उन्हें कई निजी हमलों का सामना करना पड़ा है, जिसने उन्हें और मजबूत बनाया है।
मनमोहन सिंह ने इस मौके पर कहा कि राहुल गांधी ने देश में भय के माहौल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभाली है।
उन्होंने कहा कि राहुल ऐसे समय में हमारी पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभाल रहे हैं, जब देश की राजनीति में अशांत माहौल है।
कांग्रेस नेता ने कहा, राहुलजी हम उम्मीदों की राजनीति में परिवर्तन लाने और इसे बनाए रखने के लिए आप पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लंबे समय तक प्रशिक्षित किया गया और वह कई सालों से कांग्रेस की कई राजनीतिक गतिविधियों की देखरेख करते आए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, राहुलजी साहस और विनम्रता के साथ समर्पण और प्रतिबद्धता, नेतृत्व की एक नई भावना साथ लेकर आए हैं।
मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास में यह एक अद्भुत दिन है कि सोनिया गांधी अपने बेटे को पार्टी की बागडोर सौंप रही हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस देश के लिए एक नया संकल्प ले रही है। उन्होंने कहा कि आज हम भारत में एक नए आंदोलन का संकल्प ले रहे हैं, जो भय से मुक्ति, अभिव्यक्ति की आजादी, भाईचारा बढ़ाने के लिए भेदभाव समाप्त करने और लोकतंत्र की रक्षा करने के बारे में है।