गुरुग्राम में सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए संगठनों ने की भागीदारी
गुरुग्राम, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)| हरियाणा के गुरुग्राम में सड़क सुरक्षा में सुधार और यातायात को कम करने के लिए विभिन्न संगठनों ने भागीदारी की है।
इन कंपनियों के प्रतिनिधियों का समूह सरकार, उद्योग संगठनों, शिक्षण संस्थानों, शोधकर्ताओं, गैर-सरकारी संगठनों और कॉपोर्रेट्स को साथ लाकर भारत में सड़क सुरक्षा की समस्या को दूर करेगा, जो प्रारंभिक रूप से गुरुग्राम पर केन्द्रित है। एनहीयूसर-बश इन बेव (एबी इनबेव) ने यूनिटार, सीआरआरआइ, एआइएमटीसी, एसआरएफ, आइआरएससी, डीएलएफ और ओला कैब्स के साथ शुक्रवार को सेफर रोड्स फॉर गुरुग्राम (गुरूग्राम के लिए सुरक्षित सड़क) पहल के शुरू किए जाने की घोषणा की।
इस मौके पर केन्द्रीय सड़क शोध संस्थान (सड़क के शोध पर सीएसआइआर की एक राष्ट्रीय प्रयोगशाला) के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) सतीश चंद्रा ने साझेदारों को बधाई देते हुए कहा, इस पहल का हिस्सा बनकर हमें बहुत गर्व हैं और हम सड़क के डिजाइन और इंजीनियरिंग जैसे सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन शोध कर इस अभियान को मजबूती देंगे।
यह सभी समूह सबसे पहले सड़क सुरक्षा से संबंधित मौजूदा जानकारी का अध्ययन और विश्लेषण करेगा, जिससे गुरूग्राम में सड़क सुरक्षा में सुधार के लिये स्पष्ट कार्य योजना तैयार की जाएगी।
एनहीयूसर-बश इन बेव के भारत में अध्यक्ष बेन वेरहीर्ट ने कहा, हम विविधतापूर्ण विशेषज्ञता वाले साझेदारों को गुरुग्राम में सड़क सुरक्षा के सुधार के लिए एक साथ लाकर प्रसन्न हैं। हम अपने साझेदारों के साथ नवोन्मेषी कार्यक्रम विकसित करेंगे, ताकि सड़क सुरक्षा सार्थक हो सके।
गुरुग्राम इस पहल का केन्द्र इसलिए है क्योंकि डब्ल्यूआरआइ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सड़क सुरक्षा के संदर्भ में हरियाणा की सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं गुरुग्राम में होती हैं क्योंकि यहां से दो महत्वपूर्ण राजमार्ग एनएच8 और एनएच48 गुजरते हैं।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वर्ष 2016 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 4,80,652 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 1,50,785 लोगों की मौत हुई और 4,94,624 घायल हुए। भारत में हरियाणा सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु के मामले में शीर्ष राज्यों में से एक है, जिसमें प्रत्येक 100 दुर्घटनाओं में औसतन 43 दुर्घटनाओं में लोगों की मौत होती है।
भारतीय सड़क सुरक्षा अभियान (भारत में सड़क सुरक्षा पर विद्यार्थियों का सबसे बड़ा आंदोलन) के संस्थापक अमर श्रीवास्तव ने कहा, हमें युवाओं की शक्ति पर विश्वास है और हम कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा इस पहल को सहयोग देंगे। हम संबद्ध तकनीकी नवोन्मेष का सुझाव देकर भी इस अभियान को महत्वपूर्ण बनाएंगे।