निर्वाचन आयोग बन गया है मोदी के हाथों की ‘कठपुतली’ : कांग्रेस
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)| गुजरात के चुनावी अखाड़े में डटी कांग्रेस ने गुरुवार को निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों की ‘कठपुलती’ बताया।
कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अंतिम क्षण में गुजरात में भाजपा के ‘डूबते जहाज’ को बचाने के लिए नियमों को तोड़ रहा है।
कांग्रेस ने मोदी के अहमदाबाद में वोट देने के बाद किए गए रोड शो की निंदा की। कांग्रेस ने कहा कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा, यह चुनाव प्रचार था। मोदी का वोट डालने के बाद रोड शो स्पष्ट तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। ऐसा लग रहा है कि निर्वाचन आयोग प्रधानमंत्री व पीएमओ के दबाव में काम कर रहा है।
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, यदि निर्वाचन आयोग में थोड़ी भी शर्म बची है, तो उसे कांग्रेस की शिकायतों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोदी ने खुले तौर पर संवैधानिक नियमों का उल्लंघन किया है और निर्वाचन आयोग चुप्पी साधे बैठा है।
सुरजेवाला ने कहा, ऐसा लगता है कि निर्वाचन आयोग अंधा हो गया है। उन्हें दिखाई नहीं देता कि मोदी खुले तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
सुरजेवाला ने कहा, यह दिखाता है कि निर्वाचन आयोग किस तरह दुर्भाग्य से मोदी के हाथ की कठपुतली हो गया है।
उन्होंने कहा, भाजपा व कांग्रेस के लिए निर्वाचन आयोग के मानदंड अलग-अलग हैं। यही वजह है कि निर्वाचन आयोग भाजपा के अग्र संगठन जैसा आचरण करता दिख रहा है।
उन्होंने कहा, जब राहुल गांधी ने समाचार चैनलों को साक्षात्कार दिया, तो उन्हें नोटिस भेज दिया गया। लेकिन जब अरुण जेटली ने चुनाव से एक दिन पहले 8 दिसंबर को भाजपा का घोषणापत्र जारी किया तो यह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं था। जब मोदी ने 9 दिसंबर को लोगों से वोट के लिए अपील की ..तो यह उल्लंघन नहीं था। उन लोगों को कोई नोटिस नहीं भेजा गया। तब निर्वाचन आयोग चुप्पी साधे बैठा रहा।
उन्होंने कहा, अमित शाह अहमदाबाद के हवाईअड्डे का इस्तेमाल प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए कर रहे हैं, तो यह उल्लंघन नहीं है? अरुण जेटली अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल दिल्ली में दोबारा कर रहे हैं तो यह उल्लंघन नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग द्वारा राहुल गांधी के साक्षात्कार को प्रसारित करने वाले समाचार चैनलों पर मामला दर्ज किए जाने की जानकारी अमित शाह को पहले से थी।
उन्होंने कहा, निर्वाचन आयोग को प्रधानमंत्री कार्यालय से आदेश मिल रहे हैं। कई मंत्री कॉल करके पत्रकारों को धमकी दे रहे हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से अपनी शिकायतों के बारे में पूछा, जिसके जवाब में आयोग ने कहा कि वे इस पर गुजरात चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के मतदान की समाप्ति के बाद शाम 5 बजे विचार करेंगे।
उन्होंने कहा, मुख्य निर्वाचन आयुक्त (ए.के.जोति) अभी भी मोदी के मुख्य सचिव के तौर पर कार्य कर रहे हैं। यह निर्वाचन आयोग के लिए शर्मनाक है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा जिस तरह से व्यवहार कर रही है, उससे साफ संकेत मिलता है कि मोदी ने गुजरात में हार स्वीकार कर ली है। उन्हें पता है कि जनता के वोट भाजपा को नहीं मिलने जा रहे हैं, इसलिए वह दूसरे तरीके और अपने पद के प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है कि मोदी ने गुजरात में भाजपा की ‘डूबती नैया’ को बचाने के लिए कठपुतली बनाकर निर्वाचन आयोग की मदद ली है।
सुरजेवाला ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि या तो आयोग आंखों पर पट्टी बांधे हुए है या नींद में है।
उन्होंने कहा कि यहां तक कि बुधवार को कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से करीब 4.30 बजे मिलने का समय मांगा था, लेकिन आयोग ने कहा कि वह उनसे गुरुवार की सुबह मुलाकात करेगा।
उन्होंने कहा, यह अफसोस की बात है कि ‘धरने’ की धमकी देने के बाद हमें रात 10.15 बजे मिलने का समय दिया गया।
सुरजेवाला ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक व कर्मचारी मोदी के आचार संहिता उल्लंघनों पर कुछ नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, इस प्रेस कांफ्रेंस के जरिए हम निर्वाचन आयोग को जगाने का प्रयास कर रहे हैं। हम निर्वाचन आयोग से अपील करेंगे कि वह अंधा व बहरा नहीं बने।