कोच का काम समझाना है, द्वेष दिखाना नहीं : एआईएफएफ रेफरी
चेन्नई, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)| अखिल भारतीय फुटबाल संघ (एआईएफएफ) के रेफरी निदेशक गौतम कार ने एटीके कोच टेडी शेरिंघम की आलोचना करते हुए कहा कि कोचों का काम खिलाड़ियों को शिक्षित करना है न कि फुटबाल मैदान पर द्वेष भावना दर्शाना। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) मैचों में खतरनाक आक्रामक खेल के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए मैच अधिकारियों पर शेरिंघम द्वारा तंज कसने पर कार ने ऐसी प्रतिक्रिया दी।
कार ने आईएएनएस को चेन्नइयन एफसी के एटीके के खिलाफ चौथे दौर के मैच के दौरान बताया, एक कोच की जिम्मेदारी खिलाड़ियों को शिक्षित करना है। वह द्वेष भावना के साथ खुद भिड़ंत में शामिल नहीं हो सकते। रेफरी ने अपना काम किया है और उन्हें चीज गलत लगी, तो वे सजा भी देंगे।
शेरिंघम ने कहा था कि रेफरी खतरनाक आक्रामक खेल के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और ऐसा खेलने वालों को सजा भी नहीं मिल रही है।
एटीके कोच शेरिंघम ने कहा, कई बार खतरनाक आक्रामक खेल खेला जाता है। ऐसा केवल हमारे खिलाफ मैच में नहीं, बल्कि सभी मैचों में हो रहा है। यह अच्छे परिणाम हासिल न करने पर बनाया गया कोई बहाना नहीं है। ऐसे मामलों पर कार्रवाई भी नहीं की जा रही है। मैं हैरान हूं कि ऐसँ खतरनाक आक्रामक चुनौतियों में कोई खिलाड़ी चोटिल नहीं हुआ है, जो अक्सर होता है।