राष्ट्रीय

त्रिपुरा में कोई आतंकवादी संगठन सक्रिय नहीं : पुलिस प्रमुख

अगरतला, 4 दिसम्बर (आईएएनएस)| त्रिपुरा में कोई भी आतंकवादी संगठन सक्रिय नहीं है, लेकिन राज्य के चरमपंथी संगठनों में से कुछ पड़ोसी देश बांग्लादेश में छिपे हुए हैं।

पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार शुक्ला ने यह जानकारी दी। शुक्ला ने रविवार को मीडिया को बताया कि त्रिपुरा के ग्रामीण बैंक अधिकारियों के अपहरण मामले में कोई आतंकवादी संगठन शामिल नहीं है।

इन अफसरों का 24 नवंबर को आत्मसमर्पण कर चुके आतंकवादियों और स्थानीय बदमाशों के गिरोह ने अपहरण कर लिया था। हालांकि, अपहरणकर्ताओं ने बंधकों के संबंधियों से 50,000 रुपये फिरौती लेने के बाद 30 नवंबर को उन्हें छोड़ दिया।

डीजीपी ने कहा कि इसमें आत्मसमर्पण कर चुके चार आतंकवादियों सहित नौ लोग शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके पास से 49 लाख रुपये और एक वाहन बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।

युनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स ने बंधकों को मुक्त कराने, अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने और फिरौती की रकम को वापस पाने के लिए पुलिस का आभार जताया।

इसके बीच, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) ने एक बयान में कहा है कि वह अब त्रिपुरा की पुरानी राजनीतिक समस्या के अनुकूल और शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत सरकार के साथ बातचीत कर रहा है, इसलिए इसकी सामान्य गतिविधियों को अगले नोटिस तक निलंबित कर दिया गया है।

अपने बयान को विभिन्न मीडिया संगठनों को मेल करते हुए एनएलएफटी ने कहा कि इसके सदस्य किसी से भी कोई फिरौती नहीं ले रहे हैं। बयान में कहा, हमने सभी को इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों से बचने के लिए आगाह किया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि त्रिपुरा में 2015 से एक भी आतंकवादी घटना नहीं हुई है। इसके पहले त्रिपुरा चार दशकों तक आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित रहा था।

हालांकि, पुलिस और खुफिया अधिकारियों ने फरवरी, 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आतंकवादी संगठनों के फिर से सक्रिय होने की आशंका जताई है।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close