ड्रूम के बी-प्लान कम्पीटिशन में आईआईटी-रूड़की ने किया टॉप
नई दिल्ली, 30 नवंबर (आईएएनएस)| भारत के प्रमुख ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केटप्लेस-ड्रूम ने गुरुवार को उसकी ओर से आयोजित पहली बी-प्लान कम्पीटिशन के विजेताओं के नामों की घोषणा की, जिसमें आईआईटी-रुड़की ने पहला स्थान हासिल किया।
यह कम्पीटिशन 15 सितंबर, 2017 को शुरू हुई थी। इस नेशनल बिजनेस स्ट्रेटेजी और प्लानिंग कम्पीटिशन में 269 प्रतिभागियों ने भाग लिया। रोहित जोशी और रेणु के. कोक्कट्टु की आईआईटी रूड़की की टीम को विजेता के तौर पर चुना गया गया।
इस दौरान उन्हें डेढ़ महीने चली विस्तृत मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। विजेताओं को एक लाख रुपए का नगद पुरस्कार और चुनिंदा ड्रूम मर्केडाइज, ड्रूम में प्री-प्लेसमेंट इंटरव्यू और ड्रूम के संस्थापक और सीईओ व सीरियल उद्यमी व मेंटर संदीप अग्रवाल के साथ काम करने का मौका मिलेगा। फस्र्ट रन-अप पुरस्कार आईआईएम शिलॉन्ग और गुड़गांव के ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट को संयुक्त रूप से मिला। आईएमआई, नई दिल्ली की टीम सेकंड रनर-अप रहीं।
ड्रूम के बी-प्लान कम्पीटिशन ने प्रतिभागियों को विभिन्न इनोवेटिव बिजनेस स्ट्रेटेजी विकसित करने की चुनौती दी गई थी, जो ड्रूम के सी2सी मार्केटप्लेस फॉर्मेट को लोकप्रिय बना सके, जहाँ कोई भी व्यक्ति अपने वाहनों को सीधे इस प्लेटफार्म पर लिस्ट कर सके और खरीदार सीधे उस वाहन को खरीद सके। प्रस्ताव तैयार करना भी कम बड़ी उपलब्धि नहीं थी; प्रतिभागियों को ऑन-ग्राउंड रिसर्च करनी थी। साथ ही उन्हें प्रस्तावित प्लान ऑफ एक्शन का ब्लूप्रिंट भी तैयार करना था। इसमें से प्रत्येक के लिए क्रमश: 35 प्रतिशत और 65 प्रतिशत अंक निर्धारित थे।
देशभर के बेहतरीन बिजनेस माइंड्स ने अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल परफेक्ट स्ट्रेटेजी बनाने में किया। ड्रूम की ज्यूरी ने उनकी कोशिशों को प्लेटफार्म द्वारा महसूस की गई वास्तविक बिजनेस परिस्थितियों पर स्ट्रेटेजिक रेस्पांस के आधार पर परखा।
कम्पीटिशन पर ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा, ड्रूम बी-प्लान कम्पीटिशन उभरती उद्यमी प्रतिभाओं को एक आवश्यक मंच प्रदान करने के लिए डिजाइन की गई थी। सात चुनिंदा टीमों में से प्रत्येक ने अनुकरणीय व्यवसायिक कौशल का प्रदर्शन किया। हर टीम ने जिस व्यवसाय योजना का प्रस्ताव रखा, उसके पीछे उनके पास परिपूर्ण तर्क थे। हालांकि, आईआईटी रुड़की से आई टीम रॉकेट्स स्पष्ट रूप से विजेता उभरकर आई। उसके पास समग्र दृष्टिकोण तो था ही, नीति के क्रियान्वयन के लिए विस्तृत व व्यवस्थित योजना भी थी। हमारा लक्ष्य इस प्रतियोगिता को भारत में नई व्यापारिक प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए एक वार्षिक श्रृंखला के रूप में चलाने का है।