बीसीसीआई की विशेष आम बैठक 11 दिसम्बर को
नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को अपनी विशेष आम बैठक (एसजीएम) 11 दिसम्बर को आयोजित करने की घोषणा की है। इस बैठक में 2019-2023 तक के भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) के बारे में चर्चा की जा सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की कार्यशाला का आयोजन सात-आठ दिसम्बर को सिंगापुर में होगा और इसके बाद ही बीसीसीआई ने अपनी एसजीएम बैठक आयोजित करने का फैसला लिया।
एसजीएम में राजस्थान क्रिकेट संघ के निलंबन को समाप्त करने के बारे में भी फैसला लिया जा ला सकता है और इसके साथ ही क्रिकेट खिलाड़ियों के डोप टेस्ट को लेकर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के साथ चल रही बहस पर भी चर्चा की जाएगी। साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की पुरानी टीम कोच्चि टस्कर्स को मुआवजे के दावे पर भी एसजीएम में चर्चा की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान क्रिकेट संघ को बीसीसीआई ने मई, 2014 में इसलिए निलंबित कर दिया था क्योंकि तब उसने आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी को फिर से अध्यक्ष के रूप में चुना था।
अध्यक्ष पद के चुनाव एक बार फिर राजस्थान उच्च न्यायलय और कांग्रेस नेता सी.पी. जोशी की निगरानी में हुए थे और इस साल जून में अध्यक्ष की घोषणा की गई। इसमें मोदी के बेटे रचिर को हार मिली थी।
बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने एक बयान में कहा है, बीसीसीआई यह बताना चाहती है कि वह अपनी एसजीएम 11 दिसंबर को नई दिल्ली में दोपहर 12:30 बजे बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष सी.के. खन्ना के मार्गदर्शन में आयोजित करेगी।
एफटीपी के तैयार करने से पहले बोर्ड हाल ही में भारतीय कप्तान विराट कोहली के उस बयान को ध्यान में रखेगी जिसमें हाल ही में उन्होंने व्यस्त कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों को होने वाली परेशानी की बात कही थी।
कोहली ने नागपुर में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच से पहले कहा था कि उनकी टीम को अगले साल होने वाले दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले तैयारी के लिए समय नहीं मिला है।
इसके अलावा, कोच्चि टस्कर्स केरला के साथ जारी विवाद को भी समाप्त करने की कोशिश इस बैठक में की जाएगी। इस बैठक में आईपीएल से निष्कासित कोच्चि टस्कर्स के मुआवजे के दावे के मामले पर भी फैसला लिया जाएगा। बीसीसीआई को अपने अनुबंध को समाप्त करने के कारण हुए समझौते के नियमों के उल्लंघन के कारण भारी भुगतान करना पड़ सकता है।
इस मामले की सुनवाई के तहत बीसीसीआई को दोषी पाया गया और इस पर कोच्चि टस्कर्स केरला ने बोर्ड से 850 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है।
आईसीसी की कार्यशाला में सदस्य देश 2019 विश्व कप से लेकर 2023 तक के कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करेंगे।
इसके अलावा, एफटीपी टेस्ट और वनडे लीगों को भी देखेगा, जो अगले दो साल में शुरू होगा।