विश्व के नेताओं ने मिस्र में मस्जिद पर हुए भयावह हमले की निंदा की
बीजिंग, 26 नवंबर (आईएएनएस)| विश्व के नेताओं ने मिस्र के सिनाई प्रांत में शुक्रवार को एक मस्जिद पर हुए भयावह आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की।
इस हमले में करीब 305 लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मिस्र के अधिकारियों के अनुसार, मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के दौरान 25 से 30 हमलावरों ने बमबारी की और गोलीबारी की। इसमें 27 बच्चों सहित 305 नमाजियों की मौत हो गई व 128 अन्य घायल हो गए। आधुनिक मिस्र के इतिहास में यह पहला आतंकवादी हमला है जिसमें एक मस्जिद को निशाना बनाया गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस नृशंस हमले के बाद मिस्र के लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की।
व्हाइट हाउस ने कहा, बर्बर समूहों के लिए कोई सहिष्णुता नहीं हो सकती, जो विश्वास के नाम पर कार्य करने का दावा करते हैं, लेकिन पूजास्थलों पर हमला करते हैं और निर्दोष लोगों की हत्या करते हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि इबादत के दौरान नागरिकों की हत्या क्रूरता व मानवता के प्रति द्वेष को दिखाती है। रूस, मिस्र के साथ अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से लड़ने में सहयोग के लिए तैयार है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी को एक संदेश भेजकर पीड़ितों व घायलों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व सहानुभूति प्रकट की।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र में मस्जिद पर हुए बर्बर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों के साथ लड़ने में मिस्र सरकार व लोगों अपना समर्थन देता है व उनके साथ खड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी हमले की निंदा की, जबकि यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने ट्वीट किया कि वह उत्तरी सिनाई में एक मस्जिद पर हमले से चिंतित हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष सेब्सटिआनो कार्डी ने कहा कि सुरक्षा परिषद के सदस्य कड़े शब्दों में इस जघन्य व कायरता भरे आतंकी हमले की निंदा करते हैं।
यूरोपीयन कमीशन के अध्यक्ष जीन-क्लाउड जुंकर ने भी इसे बर्बर व कायरता भरा कृत्य कहकर निंदा की।
हमले की निंदा करने वालों में जर्मनी, पाकिस्तान, तुर्की, इराक, जार्डन, ईरान, कुवैत, लीबिया आदि देशों के नेता शामिल हैं।