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खजुराहो में ‘राष्ट्रीय जल-सम्मेलन’ 2-3 दिसंबर को

भोपाल, 23 नवंबर (आईएएनएस)| बुंदेलखंड क्षेत्र के खजुराहो में दो-तीन दिसंबर को ‘राष्ट्रीय जल-सम्मेलन’ होने जा रहा है, जिसमें देश में सूखे और बाढ़ की समस्या से निपटने के उपायों पर मंथन होगा। इस सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे समेत कई पर्यावरण प्रेमी और जल संरक्षक भाग लेंगे। स्टॉक होम वॉटर प्राइज से सम्मानित राजेंद्र सिंह ने यहां गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, देश में इस समय सबसे बड़ी समस्या सूखे और बाढ़ की है। यह बिगड़ते पर्यावरण संतुलन के कारण हो रहा है। इन हालात से कैसे निपटा जाए, नदियों को पुनर्जीवित कैसे किया जाए, उन्हें प्रदूषण मुक्त और अविरल बनाने के लिए किस तरह के प्रयास हों, इस पर विचार-विमर्श करने के लिए यह सम्मेलन किया जा रहा है।

सिंह ने कहा कि इस समय बुंदेलखंड क्षेत्र की हालत पूरे देश में सबसे ज्यादा संकटपूर्ण है। इस क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी की तो बात ही छोड़िए, पीने के पानी का भी अकाल है। गांवों के लोग पानी, खाद्यान्न व रोजगार के अभाव में बड़ी संख्या में पलायन कर चुके हैं।

उन्होंने कहा, बुंदेलखंड जैसे इलाके को दुष्काल मुक्त बनाने के लिए हमने देशभर के विषय विशेषज्ञों व पर्यावरण प्रेमियों को खजुराहो में आमंत्रित किया है।

राजेंद्र सिंह ने बताया कि इससे पहले 16 से 18 अगस्त तक कर्नाटक के बीजापुर में ‘जल-जन जोड़ो’ अभियान चलाया गया था, जहां देश के 101 नदी घाटी के पानी एवं पर्यावरण पर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाया गया था। इस दौरान तीन दिनों तक लगातार पानी, पर्यावरण और नदी पुनर्जीवन के विषय पर व्यापक चर्चा हुई थी।

‘जल जन जोड़ो’ के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह ने बताया कि खजुराहो में होने वाले सम्मेलन से पहले बुंदेलखंड में जगह-जगह यात्राएं निकाली जा रही हैं।

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