तेंदुए ने सास–बहू पर झपट्टा मारा तो बेटे ने किया कुछ ऐसा कि बच गई सबकी जान
सोमेश्वर/अल्मोड़ा के डिगरा गांव के एक घर के अंदर घुसे तेंदुए ने सास-बहू को गंभीर रूप से घायल कर दिया। पत्नी और मां को बचाने की कोई सूरत न देख बेटे ने बहादुरी दिखाई और तेंदुए को जोरदार धक्का मार दिया। इस हमले से हड़बड़ाया तेंदुआ खिड़की से छलांग लगाकर भाग गया। घायल सास-बहू को सोमेश्वर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद अल्मोड़ा रेफर कर दिया गया है।
डिगरा गांव में भीम राम की गोशाला में शनिवार सुबह 4:30 बजे तेंदुआ कहीं से आ गया। वहां पहले से बकरियां बंधी थीं। तेंदुए के भय से बकरी का एक बच्चा गोशाला से लगे घर के अंदर आ घुसा। तेंदुआ भी बकरी के बच्चे के पीछे-पीछे कमरे में आ धमका और भीम राम की 65 वर्षीय मां विशुली देवी पर हमला बोल दिया।
विशुली के चिल्लाने की आवाज सुनकर 45 साल की बहू धनुली देवी उन्हें बचाने आई तो तेंदुए ने धनुली को भी लहूलुहान कर दिया। चीख-पुकार सुनकर भीमराम भी वहां आ पहुंचे। जल्दी में उसे कुछ और नहीं सूझा तो धनुली को दबोचे तेंदुए को जोरदार धक्का मार दिया।
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अचानक हुए इस हमले से तेंदुआ घबरा गया और खिड़की से छलांग लगाकर जंगल की ओर चला गया। परिवारीजन दोनों घायलों को सोमेश्वर अस्पताल लाए, जहां इलाज के बाद उन्हें अल्मोड़ा रेफर कर दिया गया।
अल्मोड़ा बेस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने उनकी हालत खतरे से बाहर बताई है। वन क्षेत्राधिकारी विशन राम ने बताया कि घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है।
अल्मोड़ा वन प्रभाग के एसडीओ पृथ्वीराज सिंह बिष्ट ने बताया कि दोनों घायल महिलाओं को 10-10 हजार की सहायता दी जा रही है। तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा भेजा जा रहा है। इसके अलावा वन कर्मचारियों की टीम गांव में गश्त करेगी।