आईएसएल-4 : आपसी प्रतिद्वंद्विता को फिर जिंदा करना चाहेंगे चेन्नई, गोवा (प्रीव्यू)
चेन्नई, 18 नवंबर (आईएएनएस)| हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के शुरुआती तीन सीजनों में चेन्नयन एफसी और एफसी गोवा के बीच हुए मुकाबलों ने काफी रोमांच और ड्रामा पैदा किया है। चाहें वो 2015 सीजन का फाइनल हो, जिसमें स्टीवन मेंदोजा ने अंतिम मिनट में गोल किया था या फिर बीते सीजन में दोनों के बीच गोवा में हुआ अंतिम मुकाबला, जिसमें एक के बाद एक नौ गोल हुए थे। इसमें से एक 95वें मिनट में किया गया विनर भी शामिल है। वो समय ऐसा था, जब चेन्नई और गोवा के खिलाड़ी एक दूसरे से आंख नहीं मिलाया करते थे। खासतौर पर ऐसे में जब जीको और मार्को मातेराजी डगआउट में हुआ करते थे। अब हालात बदल गए हैं। नए कोच हैं और टीमें भी नई हैं लेकिन दोनों टीमों के प्रशंसक अब भी यही उम्मीद लगाए हुए हैं कि जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में जब सीजन-4 के अपने पहले मुकाबले में रविवार को दोनों टीमें भिड़ेंगी, तब उनके बीच पहले जैसी प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलेगी।
एफसी गोवा के कोच सर्गिया लोबेरा को यह बता दिया गया है कि दोनों टीमों के बीच बीते तीन सीजन में किस तरह की प्रतिद्वंद्विता रही है, लेकिन लोबेरा ने भूतकाल को बिसारकर भविष्य की ओर देखना चुना है।
इस अहम मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से मुखातिब लोबेरा ने कहा, मेरी नजर में दो खिलाड़ियों के बीच तुलना कठिन है। दो कोचों के बीच तुलना और भी कठिन है। दो अलग टीमों और दो अलग कोचों की तुलना हो ही नहीं सकती। मेरी नजर में भूतकाल को भुलाना ही अच्छा रहेगा क्योंकि हम मौजूदा समय में जी रहे हैं और ऐसा करते हुए हम अपना भविष्य सुधारने की कोशिश करेंगे।
लोबेरा काफी हद तक सही हैं। दोनों टीमों के लिए आगे की ओर देखना ही बेहतर विकल्प होगा। गोवा जहां बीते सीजन में सबसे नीचे रहा था वहीं चेन्नयन एफसी आठ टीमों की लीग में सातवें स्थान पर रही थी।
चेन्नयन एफसी के पास अब जॉन ग्रेगोरी जैसे कोच हैं। एक अनुभवी कोच हमेशा अपनी टीम को लेकर आत्मबल से भरा होता है। ग्रेगोरी भी अब एक नया अध्याय लिखने के लिए बेताब हैं और ऐसे में उनके लिए गोवा के खिलाफ घर में होने वाला पहला मुकाबला काफी अहम होगा।
ग्रेगोरी ने कहा, आपसे घरेलू मैच जीतने की उम्मीद की जाती है। अगर आप घरेलू मैच जीतते हुए अंक हासिल करते हैं तो आपके खिताब जीतने की सम्भावना हमेशा बनी रहती है। हम सीजन को इसी तरह से देख रहे हैं।
प्री-सीजन मुकाबलों में चेन्नयन एफसी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। कोच को हालांकि इस बात की चिंता रही है कि उनके अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को टीम के साथ अभ्यास करने का अधिक समय नहीं मिला। जेजे लालपेखलुवा, जर्मनप्रीत सिंह और जेरी लालरिनजुआला जैसे भारतीय खिलाड़ी म्यांमार के साथ हुए प्री-सीजन मुकाबलों के दौरान टीम के साथ नहीं थे। वे भारत के लिए खेल रहे थे और इसी कारण कोच का मानना है कि पहले मैच के लिए ये अपने बेहतरीन फार्म में नहीं होंगे।
ग्रेगोरी ने कहा, जेरी, जेजे और जर्मनप्रीत को आराम नहीं मिला है। ये लगातार खेल रहे हैं। जर्मनप्रीत पूरी तरह फिट नहीं हैं। जेजे और जेरी को अंतिम एकादश में मौका मिलेगा जबकि स्पेनिश स्ट्राइकर एड्रियन कोलुंगा अभी चेन्नई नहीं पहुंचे हैं।