बारिश ने सुधारी दिल्ली, एनसीआर की हवा
नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)| रात में हुई बारिश के चलते राष्ट्रीय राजधानी की वायु की गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है, क्योंकि पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) की सघनता में कमी आई है। हालांकि, एक अन्य सरकारी विभाग ने वायु गुणवत्ता को मध्यम बताया है। मुख्य प्रदूषक पीएम2.5 या 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कणों की इकाई 288 दर्ज हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 288 दर्ज किया, जबकि शुक्रवार सुबह सात बजे यह 299 दर्ज हुआ था।
विशेष रूप से दिल्ली में सीपीसीबी के ज्यादातर 17 निगरानी केंद्रों ने शनिवार को वायु गुणवत्ता के स्तर को निम्न माना। पड़ोसी क्षेत्रों जैसे नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘निम्न’ वर्ग में दर्शाया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार रात और श्निवार तड़के हुई बारिश से वायु की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
एक निजी मौसम पुर्वानुमान एजेंसी स्काइमेट के निदेशक महेश पालवत ने कहा कि रात में हुई बारिश, उत्तर-पश्चिम से चली हवाएं और राजस्थान में चक्रवात बनने से हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा संचालित एक एप सफार (सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के मुताबिक, दिल्ली में शनिवार सुबह वायु गुणवत्ता में सुधार का स्तर मध्यम रहा है।
सफार ने 24 घंटों में वायु गुणवत्ता के स्तर में आए बदलाव को औसत तौर पर पीएम10 और पीएम2.5 दर्ज किया और इस आंकड़े का इस्तेमाल वायु गुणवत्ता सूचकांक का अनुमान लगाने के लिए किया। पीएम10 और पीएम2.5 अल्ट्रा-फाइन कण हैं, जो दिल्ली के प्रदूषण के मुख्य कारक है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि शहर में पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह 8.30 बजे तक एक मिलीमीटर की बारिश दर्ज हुई। सफदरजंग निगरानी केंद्र में एक मीलीमीटर, पालम केंद्र में 0.4 मिलीमीटर, लोधी रोड में 0.2 मिलीमीटर, आयानगर में 0.3 मिलीमीटर और रिज में 0.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।