चित्रकूट में कांग्रेस जीती, भाजपा जुटी समीक्षा में
सतना/भोपाल, 12 नवंबर (आईएएनएस)| मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की तपोभूमि में भाजपा की हार और कांग्रेस की जीत हो गई। मध्यप्रदेश में मात्र एक विधानसभा सीट के लिए हुए चुनाव में वांछित परिणाम नहीं आने से चिंतित सत्तारूढ़ पार्टी ने गहन मंथन शुरू कर दिया है।
सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी को 14,133 मतों से पराजित किया। इस चुनाव नतीजे ने कांग्रेस को जहां जश्न मनाने का मौका दिया है, वहीं भाजपा को आगामी चुनावों के मद्देनजर अपनी रणनीति की समीक्षा करने को मजबूर कर दिया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव के लिए रविवार को मतों की गिनती के बाद आए नतीजे में कांग्रेस प्रत्याशी चतुर्वेदी को कुल 66,810 मत मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी त्रिपाठी को कुल 52,677 मत प्राप्त हुए। यहां कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन के बाद उपचुनाव कराया गया है।
मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई और 19 चक्र में पूरी हुई। पांच चरणों की मतगणना में कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा प्रत्याशी पर 10,057 मतों की बढ़त बना ली थी। 10वां चक्र पूरा होने तक यह बढ़त 17,959 हो गई। बाद में त्रिपाठी की बढ़त दिखी, लेकिन गिनती का अंत आते-आते मतों का अंतर 14,133 रह गया। यहां कुल 1,26,903 वोट वैध पाए गए।
मतगणना के दौर को देखा जाए, तो कई चक्र में कांग्रेस उम्मीदवार की बढ़त लगभग दो हजार की रही। 19 चक्रों में से सात चक्र में भाजपा के उम्मीदवार ने बढ़त बनाई, तो शेष 12 चक्रों में कांग्रेस उम्मीदवार आगे रहा। इस क्षेत्र में 2455 मतदाताओं ने ईवीएम में ‘नोटा’ बटन दबाया।
सतना स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक-एक में वोटों की गिनती अलग-अलग 14 टेबलों पर हुई। यह मतगणना 19 चरण में पूरी हुई। इस उपचुनाव में नौ निर्दलियों सहित 12 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे।
कांग्रेस उम्मीदवार की जीत का ऐलान होते ही पार्टी के प्रदेश दफ्तर से लेकर इंदौर, ग्वालियर जैसे स्थानों पर जमकर जश्न मनाया गया। आतिशबाजी हुई, ढोल की थाप पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खूब ठुमके लगाए।
कांग्रेस को मिली जीत पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किए गए झूठे वादों का मतदाताओं ने जवाब दे दिया है। मुख्यमंत्री चौहान ने बीते 13 वर्षो में चित्रकूट की जनता से न जाने कितने वादे किए, मगर एक भी पूरा नहीं किया। इस बात से वहां का मतदाता बेहद नाराज था। दूसरी बात कि वहां के लोग विधायक प्रेम सिंह को श्रद्धांजलि देना चाहते थे, इसलिए ज्यादातर मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा, इस नतीजे ने भाजपा के ‘अबकी बार-200 पार’ के हवाई दावों और अहंकारी जुमलों को भी धराशायी कर दिया है। यह कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत है, यह जीत जनता के विश्वास और कार्यकर्ताओं की संगठित मेहनत के चलते मिली है। साथ ही सरकार की हर तरह की कोशिश नाकाम हुई है।
वहीं कांग्रेस के सांसद और पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, प्रदेश की जनता ने भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है, जिसकी शुरुआत चित्रकूट से हो गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा, चित्रकूट का जनादेश शिवराज सरकार के प्रदेश से वनवास की शुरुआत है। शिवराज और भाजपा अब कांग्रेस के विजय रथ को नहीं रोक सकते। चित्रकूट का इतिहास मुंगावली और कोलारस में भी दोहराया जाएगा।
वहीं, सांसद विवेक तन्खा ने कांग्रेस की जीत को बदलाव का संकेत बताया और कहा, अगले साल राज्य में कांग्रेस की हवा नहीं, सुनामी आएगी। प्रदेशवासी भाजपा सरकार से मुक्ति चाहते हैं। नए सपनों को प्रदेश बनाना है, जहां स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कानून-व्यवस्था हो। यह कांग्रेस ही कर सकती है।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता सुभाष सोजतिया ने कहा, चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत इस बात का संदेश है कि मतदाताओं का भाजपा और शिवराज से मोहभंग हो चला है। यह जीत राहुल गांधी के ऊर्जावान नेतृत्व की जीत है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने हार को स्वीकार करते हुए कहा, हम जनादेश का सम्मान करते हैं, पार्टी को अपने उम्मीदवार की हार स्वीकार है। वैसे यह विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का परंपरागत क्षेत्र है। यहां भाजपा सिर्फ एक बार 2008 में ही जीती थी। फिर भी हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, पार्टी ने अगले चुनाव यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के लिए ‘अबकी बार 200 पार’ का नारा दिया है। इस पर काम किया जाएगा। प्रदेश में 30 वे सीटें हैं, जहां कांग्रेस परंपरागत तौर पर जीतती रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा को मिली हार स्वीकारते हुए ट्वीट किया, चित्रकूट उपचुनाव में जनता के निर्णय को शिरोधार्य करता हूं। जनमत ही लोकतंत्र का असली आधार है। जनता के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करता हूं। चित्रकूट के विकास में किसी तरह की कमी नहीं होगी। प्रदेश के कोने-कोने का विकास ही मेरा परम ध्येय है।