कुर्सी बचाने के लिए सभासद ने की शादी और उतारा पत्नी को मैदान में
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव बेहद करीब है। भाजपा से लेकर सपा तक ने इस चुनाव को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कई सभासद अपनी कुर्सी को बचाने के लिए ऐड़ी-चोटी का पूरा जोर लगा रहे हैं।
इसी क्रम ने कानपुर के नवाबगंज-विकासनगर सीट को बचाने के एक सभासद ने एक बेहद अनोखा तरीका अपनाते हुए उसने सबसे पहले शादी की और बाद में उसी सीट से उसने अपनी पत्नी को मैदान में उतार दिया है।
दरअसल इस बार उनकी सीट को महिला सीट घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद सभासद ने अपनी सीट बचाने के लिए यह अनोखा तरीका अपनाया। बता दें कि नवाबगंज-विकासनगर सीट से 2012 में सभासद बने थे राजकिशोर यादव। उन्हें यह मालूम नहीं था कि इस बार चुनाव 22 नवम्बर को कानपुर में होगा। इतना ही नहीं उनको यह भी इल्म नहीं था कि उनकी सीट इस बार महिला सीट घोषित कर दी जायेगी।
किसी तरह से सीट बचाने के जुगत में लगे राजकिशोर यादव ने न केवल अपना विवाह समय से पहले किया बल्कि अपनी पत्नी को सभासद का प्रत्याशी भी बनाकर मैदान में उतार किया। शादी के बाद पत्नी को मैदान में उतारने वाले सभासद ने अपनी पत्नी को जीताने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है और लगातार प्रचार करने में जुटा हुआ है।
राजकिशोर के अनुसार उसकी शादी नेहा से 23 नवम्बर को थी। निकाय चुनाव के लिए उसकी सीट महिला रिजर्व थी। हालांकि इसके बाद उसने तय कर लिया था कि वह अपनी सीट पर अपनी पत्नी को मैदान में उतारेंगा लेकिन चुनाव की तारीख उसकी शादी से पहले आ गई। इस वजह से उसने समय से पहले यानी
नेहा के साथ 31 अक्टूबर को विवाह कर लिया। सभासद को पूरी उम्मीद है कि जनता उनकी पत्नी को विजय बनायेंगी।