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दिग्विजय की नर्मदा परिक्रमा में शामिल होंगे शंकराचार्य दिव्यानंद

भोपाल, 10 नवंबर (आईएएनएस)| कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा को हरिद्वार के भारत-माता मंदिर के संस्थापक महामंडलेश्वर पूर्व शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि के बाद ज्योतिर्मठ आवंतर भानपुरा पीठ के शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ का भी साथ मिला है। तीर्थ ने एक पत्र लिखकर परिक्रमा में एक दिन हिस्सा लेने की बात कही है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सुभाष सोजतिया ने आईएएनएस को बताया है कि शंकराचार्य दिव्यानंद ने दिग्विजय सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि ‘नर्मदा परिक्रमा एक बहुत ही कठिन और श्रमसाध्य पद यात्रा है, जो आध्यात्मिक रूप से श्रेष्ठतम कार्य है।’

दिव्यानंद ने अपने पत्र में लिखा है, आप अपनी पत्नी के साथ छह माह की नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं, मुझे कई पदयात्राओं का अनुभव है, मुझे याद है कि मेरी मप्र में हुई पदयात्रा में आपकी मुख्य भूमिका रही थी, इस पदयात्रा में आप स्वयं दो बार व्यक्तिगत रूप से भोपाल और बिलासपुर के कोटा में उपस्थित हुए थे। मैं इस परिक्रमा में एक बार आवश्यक रूप से शामिल होने का प्रयास करूंगा।

इससे पहले स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि भी दिग्विजय सिंह की परिक्रमा में शामिल होने की इच्छा जता चुके हैं।

दिग्विजय सिंह ने शंकराचार्य दिव्यानंद को पत्र लिखकर कहा है, नर्मदा की कृपा और संतों के आशीर्वाद से मेरा नर्मदा परिक्रमा का 20 वर्ष से अधिक पुराना सपना अब साकार हो रहा है, और मैं स्वयं को नर्मदा के आंचल में समर्पित करके आत्मीय आनंद का अनुभव कर रहा हूं।

उन्होंने आगे लिखा है, आपका पत्र मेरे लिए एक अद्वितीय और अनमोल उपहार है, नर्मदा तट पर आपके प्रत्यक्ष रूप से पधारने की सूचना से सभी का उत्साह दोगुना हो गया है।

दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा दशहरे के दिन शुरू हुई थी, जिसे लगभग डेढ़ माह होने वाला है। उनकी यह परिक्रमा 3300 किलोमीटर और छह माह चलेगी। सिंह के साथ उनकी पत्नी अमृता राय सिंह (टीवी पत्रकार) भी परिक्रमा कर रही हैं।

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