दिल्ली के सीएम ने प्रदूषण पर मांगी खट्टर और कैप्टन की मदद, स्कूल व कॉलेज बंद
नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार ‘8 नवंबर’को प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के स्कूलों और कॉलेजों को रविवार तक बंद रखने की घोषणा की। सिसोदिया ने ट्वीट किया, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का स्तर खराब हो गया है। इस स्थिति में, बच्चों की सेहत के साथ किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जा सकता।
यह निर्देश ऐसे समय दिया गया है, जब हवा की गुणवत्ता का स्तर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घातक स्तर तक पहुंच गया है। क्षेत्र में 475 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर में पीएम 2.5 पार्टिकल का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 400 और 500 के बीच पीएम 2.5 का खतरनाक स्तर स्वस्थ्य लोगों को नुकसान पहुंचाता है और रोगियों पर इसका काफी दुष्प्रभाव पड़ता है।
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए खट्टर और अमरिंदर से मिलेंगे दिल्ली के सीएम
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बद से बदतर होने के कारण सीएम केजरीवाल ने बुधवार को हरियाणा और पंजाब के अपने समकक्षों के साथ बैठक की अपील की है। केजरीवाल ने इस संकट से निपटने के लिए संयुक्त कार्रवाई का आह्वान किया है। केजरीवाल ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर व पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि सरकारें फसलों के अवशेष जलाने के अलावा कोई आर्थिक सुझाव मुहैया कराने में नाकाम रही हैं। जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की आबोहवा बिगड़ती जा रही है।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने मामले को सुलझाने की जरूरत पर जोर दिया और जल्द ही भविष्य में चर्चा के लिए एक बैठक का अनुरोध किया। अरविन्द केजरीवाल ने पत्र में लिखा है, आप दिल्ली की वायु गुणवत्ता की खराब हालत से परिचित होंगे.. जिसके मुख्य कारणों में से एक साल के इस हिस्से के दौरान पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में फसलों के अवशेष जलाना है। उन्होंने कहा कि किसान असहाय है और फसलों को जलाने के लिए मजबूर हैं। राज्य सरकारें उन्हें दूसरे विकल्प मुहैया कराने में विफल रही हैं।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर बुधवार को दिल्ली में रविवार तक स्कूल और कॉलेज बंद रखने की घोषणा की है। इन दिनों दिल्ली में खराब होती वायु गुणवत्ता को देखते हुए प्रदूषण का स्तर मापने के लिए 18 से 21 कें द्र सक्रिय हैं। दिल्ली में खतरनाक पीएम 2.5 कण (2.5 मिमी से कम व्यास वाले वायुमंडलीय कणिक पदार्थ) 475 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर मापा गया हैं।