पैराडाइज पेपर्स : कर चोरी के मामले में सियासत के कई चेहरे बेनकाब
मोदी सरकार के मंत्री भी है कर चोरी के खेल में शामिल, बॉलीवुड भी नहीं रहा अछूता
नई दिल्ली। पनामा पेपर्स लीक्स का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि पैराडाइज पेपर्स नामक नये हथियार ने भारतीय राजनीति में हडक़म्प मचा दिया है। इतना ही नहीं पैराडाइज पेपस के फंदे में दुनिया के कई देशों के बड़े राजनीति के चेहरे बेनकाब होते दिख रहे हैं। इस बीच पैराडाइज पेपस की लपटों में भारत के कई बड़े नेताओं के भी हाथ जलते दिख रहे हैं। टैक्स चोरी के काले खेल में फिल्म स्टार से लेकर देश की नामी-गिरामी हस्तियां इसकी चपेट में आती दिख रही हैं।
उनमें अभिनेता अमिताभ बच्चन का नाम भी शामिल है। नीरा राडिया, नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा, भाजपा से राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा, विजय माल्या जैसे बड़े चेहरे शामिल है। इस नये खुलासे के बाद कई लोगों को अपनी सफाई तक देनी पड़ रही है। मोदी सरकार के ताकतवार मंत्री जयंत सिन्हा का नाम इसमें शामिल है। उनके नाम शामिल होने के बाद विरोधी दल ने उनके ऊपर निशाना साधना शुरू कर दिया है। जयंत सिन्हा ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि सितंबर 2009 में वह ओमिद्यार नेटवर्क से बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर जुड़े थे। वह दिसंबर 2013 तक कंपनी में रहे, जिसके बाद जनवरी 2014 से नवंबर 2014 तक वह डिलाइट के स्वतंत्र निदेशक रहे। उन्होंने कहा कि मंत्री बनने से पहले ही उन्होंने ये कंपनी छोड़ दी थी और इससे मिली फीस व डिलाइट के शेयर पहले ही सार्वजनिक कर रखे हैं।
बात गुप्त निवेश से जुड़ी हुई है, इसके चलते दुनिया कई बड़े लोग सकते में आ गए है। इतना ही नहीं आम आदमी भी पैराडाइज पेपर्स के बारे में जानने के लिए उतावला दिख रहा है। आलम तो यह है कि लोग गूगल बाबा का सहारा लेकर पैराडाइज पेपस के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।
पैराडाइज पेपर्स में 1 करोड़ 34 लाख दस्तावेज हैं, जिनमें दुनिया के कई पैसे लोगों के गुप्त निवेश के बारे में बताया गया है।
पैराडाइज पेपस में कॉर्पोरेट समूहों से जुड़े दस्तावेज़ भी सामने आए हैं, इनमें से प्रमुख हैं जीमीआर समूह, अपोलो टायर्स, हेवेल्स, हिंदूजा समूह, एम्मार एमजीएफ, विडियोकॉन, हीरानंदानी समूह, डीएस कंस्ट्रक्शन, यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड इंडिया, डिएगो के नाम शामिल है। अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता भी इसमें शामिल है।
उनका असली नाम दिलनशीं है। बहामास रजिस्ट्री में जमा दस्तावेज के अनुसार दिलनशीं को अप्रैल 2010 में नसजय कम्पनी लिमिटेड का प्रबंध निदेशक और ट्रेजरर नियुक्त किया गया। खबरों के अनुसार दस्तावेज दो विदेशी सर्विस प्रोवाइडर्स और 19 टैक्स हैवन देशों में रजिस्टर्ड कंपनियों से मिले हैं। इस लिस्ट में अब तक 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं।
दूसरी ओर इस लिस्ट में कुल 180 देशों के नाम हैं जो टैक्स चोरी में सबसे आगे माने जाते है। इस लिस्ट भारत का नम्बर 19वां आता है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज का नाम पैराडाइज पेपर्स में आया है। वित्तीय दस्तावेजों के नवीनतम लीक से यह खुलासा हुआ है कि किस तरह शक्तिशाली और अमीर लोगों ने गोपनीय तरीके से अपतटीय कर पनाहगाहों में भारी मात्रा में धन निवेश कर रखा है। इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) ने विश्वव्यापी जांच कर रविवार को 1.34 करोड़ फाइलें लीक की हैं। खुलासे के अनुसार, बरमुडा की एप्पलबाय और सिंगापुर की एसियासिटी नामक दो कंपनियां भी इसमें शामिल हैं। न्यूज डेली की एक रपट के मुताबिक, करीब 135 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है, जिन्होंने अपने नाम से या फिर अपतटीय कंपनियों के माध्यम से स्विस बैंक में खाते खोल रखे हैं।