महिलाओं में छोटे उद्यमी के रूप में उभरने की क्षमता : कोविंद
नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)| राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि महिलाओं में खाद्य क्षेत्र के छोटे उद्यमी के रूप में उभरने की अकूत क्षमता है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं इस क्षेत्र में अपनी समग्र भागीदारी बढ़ा सकती हैं। वर्ल्ड फूड इंडिया-2017 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाएं गांव में किसनों से फल और सब्जियां इकट्ठा कर जैम और अचार बनाने के छोटे-छोटे कारोबार स्थापित कर सकती हैं। उन्होंने खाद्य क्षेत्र में महिलाओं के गहन तरीके से शामिल होने के लिए उनकी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि महिलाएं दूरस्थ बाजारों की कीमतें व उपभोक्ता प्रवृति को जानने के लिए इंटरनेट व आधुनिक संचार तकनीक का इस्तेमाल कर सकती हैं। इस तरह वे खुद को सशक्त बनाकर अपने परिवार की आमदनी बढ़ा सकती हैं और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि खाद्य उद्योग यानी खानपान उद्योग में कारोबारियों के लिए देश में अपार संभावनाएं हैं, क्योंकि भारत की आबादी में युवाओं की हिस्सेदारी बहुत बड़ी है और गांव की महिलाओं में काफी क्षमताएं हैं।
उन्होंने कहा कि खानपान हमारी संस्कृति है, लेकिन यह व्यवसाय भी है। आधुनिक खाद्य प्रसंस्करण को तवज्जो देने से चीजों में बदलाव आ सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा, इससे खाद्य क्षेत्र को मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया जैसे हमारे कई प्रमुख कार्यक्रमों में परस्पर बराबर हिस्सेदार बनने का सामथ्र्य मिलेगा और किसानों की आमदनी दोगुनी करने की सरकार की प्रतिबद्धता पूरी करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि भारत में खाद्य पदार्थो का उपभोग मूल्य इस समय 370 अरब अमेरिकी डॉलर है और 2025 तक इसके 1,000 अरब डॉलर होने की संभावना है। इसलिए फसल की कटाई के बाद की सुविधाओं से लेकर, लॉजिस्टिक्स, कोल्ड चेन और विनिर्माण तक भारत के पूरे फूड वैल्यू चेन में अवसर हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें व्यवसाय की बड़ी भूख है।
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि पूरे भारत में 41 फूड पार्क और कोल्ड चेन स्थापित किए गए हैं और खाद्य सुरक्षा, सटीक लेबलिंग, बौद्धिक संपदा जैसे मसलों पर जोर दिया जा रहा है और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया से भारत के खानपान उद्योग और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र की अपार संभावनाओं को जानने में मदद मिली है।
राष्ट्रपति ने वर्ल्ड फूड इंडिया को भारतीय खानपान के क्षेत्र का कुंभ मेला बताया।