अन्तर्राष्ट्रीय

जलवायु संबंधी योजनाओं के लिए गरीब देशों को धन की दरकार

बॉन, 4 नवंबर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन से पहले दुनिया के 47 सर्वाधिक गरीब देशों के एक समूह ने अपनी जलवायु संबंधी योजनाओं को पूरा करने और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से लोगों की हिफाजत करने के लिए धन की मांग की है। जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन का लक्ष्य वैश्विक तापमान की औसत वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे बनाए रखने की है। अल्प विकसित देशों के समूह यानी एलडीसी के अध्यक्ष, गेब्रू जेंबर एंडलॉ ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि दुनिया के सबसे गरीब देशों यानी एलडीसी को अपने निवासियों को गरीबी के चक्र से निकालने और जीवाश्म ईंधन के बिना टिकाऊं विकास हासिल करने के लिए विचित्र व अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

दो दिन बाद छह नवंबर को बॉन में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (सीओपी23) शुरू होने जा रहा है। यह सम्मेलन 17 नवंबर तक चलेगा और इसमें तकरीबन 200 देश हिस्सा लेंगे, जिनका मकसद पेरिस समझौत के लक्ष्यों व आकाक्षांओं को आगे बढ़ाना और उसे अमल में लाने के दिशानिर्देशों में प्रगति हासिल करना है।

सम्मेलन का आयोजन जलवायु परिवर्तन से जुड़े संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन सचिवालय की ओर से किया जाएगा और इसकी अध्यक्षता फिजी करेगा।

एंडलॉ ने कहा कि एलडीसी समूह के सदस्यों के लिए अपने महत्वाकांक्षी जलवायु संबंधी लक्ष्यों को हासिल करने और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से लोगों को बचाने के लिए वैश्विक एकजुटता व अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सहयोग की जरूरत है।

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