दिल्ली हाफ मैराथन रद्द करने की मांग
नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)| इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए प्रस्तावित एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन को तत्काल रद्द करने की मांग की है।
यह मैराथन 19 नवंबर को सुबह सात बजे होनी है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एएयूआई) कई स्थानों पर 300 के खतरनाक स्तर को पार कर रहा है। वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत ही खतरनाक होता जा रहा है।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा, दिल्ली में वायु प्रदूषण उच्चस्तर पर पहुंच रहा है। हवा की गुणवत्ता सुबह के समय विशेष रूप से खराब होती है, जब प्रदूषण बहुत अधिक होता है। प्रस्तावित हाफ मैराथन शुरू होने का समय भी यही है। वायु प्रदूषण न केवल धावक के प्रदर्शन को प्रभावित करता है, बल्कि खतरनाक रूप से उच्च प्रदूषण के स्तर में स्वास्थ्य संबंधी विनाशकारी परिणाम भी हो सकते हैं। यहां तक कि स्वस्थ प्रतिभागियों के लिए भी यह प्रदूषण उचित नहीं कहा जा सकता।
वैज्ञानिक प्रमाण है कि खराब गुणवत्ता की हवा अस्थमा या फेफड़े की अन्य बीमारियों जैसे सीओपीडी को बढ़ा सकती है। पीएम 2.5 का उच्चस्तर बीपी बढ़ा सकता है और हृदय रोग, स्ट्रोक आदि के खतरे को भी बढ़ा सकता है। इसके अलावा, हृदय रोग के रोगियों को अचानक हृदय गति रुकने का जोखिम रहता है।
उन्होंने कहा, हम मांग करते हैं कि इस मैराथन को तुरंत रद्द कर दिया जाए और बाद की किसी तारीख में आयोजित किया जाए, जब वायु प्रदूषण का स्तर बेहतर होगा। आईएमए इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के अध्यक्ष को पत्र लिखेगा।
अग्रवाल ने कहा कि अमेरिका, मलेशिया और सिंगापुर के उदाहरण सामने आए हैं, जब वायु की खराब गुणवत्ता के कारण मैराथन और अन्य खेलों को रद्द कर दिया गया। अगर वायु गुणवत्ता स्तर 100 से ऊपर हो, तो आयोजकों को चाहिए कि प्रतिभागियों और स्वयंसेवकों को, विशेष रूप से फेफड़ों की खराब स्थिति वालों को, संभावित खतरों के बारे में चेतावनी दे दें।