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शहरी यातायात पर चर्चा के लिए जुटेंगे 25 देशों के विशेषज्ञ

हैदराबाद/नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)| हैदराबाद में तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान शनिवार से शहरों और नगरों में यातायात तथा गतिशीलता संबंधी विषयों, चुनौतियों और उनके निराकरण पर चर्चा होगी, जिसमें 1000 अधिकारी, 25 देशों और भारत के 20 राज्यों के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। सम्मेलन में 36 विदेशी शहरों सहित 86 शहरों की पहलों और अनुभवों पर चर्चा की जाएगी। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ‘शहरी गतिशीलता भारत सम्मेलन एवं प्रदर्शनी’ का शनिवार को उद्घाटन करेंगे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव और केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे।

नायडू जब केंद्र में आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्री थे तभी पिछले वर्ष उन्होंने 10वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन और प्रदर्शनी के आयोजन के लिए हैदराबाद का चुनाव किया था। हैदराबाद 2008 में यूएमआई सम्मेलन की शुरुआत के बाद पहली बार इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, तेलंगाना सरकार और फ्रांस का यातायात संस्थान ‘कोदातू’ संयुक्त रूप से कर रहे हैं।

यहां जारी एक बयान के अनुसार, यूएमआई सम्मेलन का उद्देश्य शहरी यातायात, गतिशीलता विषयों और पूरी दुनिया के विभिन्न शहरों में यातायात की स्थिति की जानकारी देना और विचारों का आदान-प्रदान करना है। सम्मेलन के दौरान 36 विदेशी शहरों सहित भारत के 86 शहरों के यातायात संबंधी विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

बयान के अनुसार, जिन विदेशी शहरों की स्थितियों पर चर्चा होगी, उनमें बोदियो एवं ल्येन (फ्रांस), लूसेन (स्विट्जरलैंड), लिस्बन (पुर्तगाल), गौदालजारा (मेक्सिको), क्यूरितिबा (ब्राजील), बैंकॉक (थाइलैंड), सैंटियागो (चिली), कुस्तुंतुनिया (अल्जीरिया), केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका), रबात (मोरक्को), ढाका (बांग्लादेश) शामिल हैं।

इस अध्ययन में हैदराबाद संबंधी तीन विषय शामिल हैं- सड़क सुरक्षा, यातायात आधारित विकास और ट्राम सेवाओं की शुरुआत। इनके अलावा विजयवाड़ा में पार्किं ग नीति, आयोजना और क्रियान्वयन; मैसूर, बेंगलुरू, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, वाराणसी, लखनऊ की पहलें एवं अनुभव; 2019 में इलाहाबाद में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले के दौरान यातायात योजना तथा इंदौर, भोपाल, अमृतसर, मुंबई, पुणे, दिल्ली, चंडीगढ़, कोलकाता की स्थिति पर भी सम्मेलन में चर्चा होगी।

बयान के अनुसार, तीन दिनों के दौरान कुल 60 पूर्ण, विशेष और तकनीकी सत्र होंगे, जिनके दौरान यातायात निराकरण, समावेशी शहरी यातायात और सतत शहरी यातायात योजना जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन में महापौरों और नगर पार्षदों के दो विशेष सत्र होंगे। इन सत्रों में तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के महापौर और नगर पार्षद हिस्सा लेंगे।

सोमवार को समापन सत्र के दौरान आवास एवं शहरी कार्य सचिव, दुर्गाशंकर मिश्र हैदराबाद सम्मेलन के सुझावों और सिफारिशों को पेश करेंगे।

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