रोहिंग्याओं के गढ़ में पहली बार गईं आंग सान सू की
नेपीतॉ। म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की गुरुवार को हिंसाग्रस्त राज्य राखाइन राज्य पहुंचीं। अगस्त के अंत में भड़की हिंसा के बाद इस राज्य का यह उनका पहला दौरा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, स्टेट काउंसलर कार्यालय के महानिदेशक यू जॉ ह्ते ने बताया कि सू की राज्य की अपने एक दिवसीय दौरे के तहत तौंगप्यो लेतवेई और खोन टाइन गांवों की पुनर्निर्माण परियोजना का भी जायजा लेंगी।
टकराव से मुक्ति की दीर्घकालिक परियोजना के लिए 17 अक्टूबर को सरकार ने सू की के नेतृत्व वाली यूनियन इंटरप्राइजेज फॉर ह्यूमन असिस्टेंस, रिसेटलमेंट एंड डेवलपमेंट (यूईएचआरडी) की स्थापना की थी।
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म्यांमार ने यूईएचआरडी में शामिल होने के लिए निजी क्षेत्र के नौ टास्क फोर्स भी गठित किए हैं। सू की ने राखाइन के लिए तीन प्रमुख कार्यो को प्राथमिकता सूची में रखा है, जिसके तहत बांग्लादेश भागकर गए शरणार्थियों की स्वदेश वापसी और उनका पुर्नवास कर मानवीय सहायता प्रदान करना, इस क्षेत्र में विकास लाना और स्थायी शांति स्थापित करना शामिल है।
म्यांमार में 25 अगस्त को अराकन रोहिंग्या सॉल्वेशन आर्मी (एआरएसए) के विद्रोहियों ने पुलिस चौकियों पर हमला किया, जिसमें 12 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। इसके बाद शुरू हुई सैन्य कार्रवाई से रोहिंग्या समुदाय ने पलायन करना शुरू कर दिया।