कांग्रेस अलगाववादियों के पक्ष में बोल रही : मोदी
बेंगलुरू, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वह कश्मीरी अलगाववादियों के पक्ष में बोल रही है।
मोदी ने यह टिप्पणी वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिंदबरम की उस टिप्पणी के बाद की, जिसमें उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर की स्वायत्तता की वकालत की थी। मोदी ने चिदंबरम की इस टिप्पणी को ‘सैनिकों का अपमान’ और राज्य के अलगाववादी तत्वों के सुर में सुर मिलाने वाला बताया।
मोदी ने यहां उपस्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जवानों के बलिदान के साथ राजनीति करने का आरोप लगाया और पार्टी को चिदंबरम की टिप्पणी पर जवाब देने के लिए कहा। उन्होंने इस टिप्पणी को पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक से भी जोड़ा और कहा कि वह इसकी कल्पना कर सकते हैं कि आखिर विपक्षी पार्टी को सेना द्वारा की गई आतंकवाद रोधी कार्रवाई क्यों हजम नहीं हुई।
मोदी ने कहा, जम्मू एवं कश्मीर के खातिर हजारों भारतीय जवानों ने अपना जीवन बलिदान किया है। वे अपनी मातृभूमि की रक्षा और कश्मीर के निर्दोष बाशिंदों की रक्षा के लिए बलिदान देते आए हैं। देश का ऐसा एक भी राज्य बाकी नहीं होगा, जहां के बाहदुर जवानों ने कश्मीर के लिए अपने जीवन का बलिदान नहीं किया है और कल तक जो सत्ता में थे आज यू-टर्न ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, वे (कांग्रेस) उन लोगों के सुर में सुर मिला रहे हैं, जो आजादी चाहते हैं। मैं बेंगलुरू वासियों से पूछना चाहता हूं कि ऐसे लोग जो हमारे जवानों के बलिदानों पर राजनीति करते हैं, क्या इस देश का भला करेंगे..और उन्हें ऐसा कहते हुए शर्म भी महसूस नहीं हो रही है। कांग्रेस पार्टी को इस टिप्पणी का जवाब देना होगा।
मोदी ने सवालिया लहजे में कहा, क्या कांग्रेस को बेशर्मी के साथ उस भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए, जिसे कश्मीर के अलगाववादी करते हैं।
मोदी ने यह भी कहा कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल पाकिस्तान समर्थकों द्वारा भी किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमि है और हम देश की एकता और अखंडता के साथ किसी प्रकार के समझौते की अनुमति नहीं देंगे।
उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कहा कि पूरे देश को इस पर गर्व था, लेकिन कांग्रेस इस बात को पचा तक नहीं सकी। अब इस बयान को सुनने के बाद वह इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि कांग्रेस क्यों इससे नाखुश थी।
मोदी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के हवाईअड्डे के बाहर हुई भाजपा रैली में कहा, ऐसा लगा कि लगातार हार के बाद पार्टी के कुछ बुद्धिजीवी लोग कांग्रेस को सही रास्ते पर वापस ले आएंगे, लेकिन ऐसा मालूम पड़ता है कि कांग्रेस अपनी गलतियों से नहीं सीखना चाहती है, क्योंकि अक्सर लोग अपनी गलतियों से सीखते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने शनिवार को राजकोट
में एक कार्यक्रम में कहा था कि जब कश्मीर के लोग आजादी की मांग करते हैं तो उनमें से ज्यादातर अधिक स्वायत्तता चाहते हैं और मुझे लगता है कि हमें गंभीरतापूर्वक इस बात का पता करना चाहिए और विचार करना चाहिए कि राज्य के किन क्षेत्रों में हम स्वायत्तता प्रदान कर सकते हैं।
चिदंबरम ने कहा, यह काफी हद तक संविधान के अंतर्गत आता है। कुछ स्वायत्तता के साथ जम्मू एवं कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना रहेगा।
कांग्रेस ने हालांकि चिदंबरम के इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है और कहा है कि कुछ लोगों की अपनी निजी राय हो सकती है। जम्मू एवं कश्मीर में शांति और समृद्धि के लिए स्थायी समाधान संवैधानिक ढांचे के भीतर ही है।