जिंदगी को कैनवास पर उतारने वाले उत्तराखंड के मोहन नेगी ने छोड़ी दुनिया
पौड़ी। उत्तराखंड के जाने-माने चित्रकार मोहन नेगी का निधन हो गया है। 65 साल के मोहन नेगी को उत्तराखंड के सबसे चर्चित चेहरा माना जाता था। वह चित्रकारी में तो अव्वल थे बल्कि व्यंग्यकार और साहित्या की दुनिया में भी उन्होंने अपनी अलग पहचान बनायी।
उत्तराखंड से मिली जानकारी के अनुसार वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने चित्रकारी के क्षेत्र में अपना अलग मुकाम बनाया। बी मोहन नेगी हास्य कलाकार के रूप में भी खूब चर्चा रह चुके हैं। बी मोहन नेगी सामाजिक कार्यकर्ता रूप में याद किया जायेगा।
उन्होंने अपनी कला का लोहा मनवाते हुए एक हजार से ज्यादा कविताओं में पोस्टर बनाए। उन्होंने पेपर मैसी वर्क, मुखौटे, कोलाज, भोजपत्र पर भी कार्य किया था। नेगी के अनुसार कोई चीज कबाड़ नहीं होती, बल्कि कबाड़ में जुगाड़ छिपा होता हैं, इसीलिये हमें हर बेकार चीज का इस्तेमाल करना चाहिये। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर में डूब गया।
उन्हें अंतिम बार देखने के लिए लोगों का हूजुम देखा जा सकता था। उत्तराखंड के जाने-माने चित्रकार और हास्य कलाकार बी मोहन नेगी गुरुवार को पंच तत्व में विलीन हो गये। बी मोहन नेगी ने देहरादून के कैलाश हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। बी मोहन नेगी शुरू से ही चित्रकला में अपना अहम योगदान देते थे। 70 के दशक में उनकी कला का प्रदर्शन चरम पर देखा जा सकता था।
दिल्ली दूरदर्शन ने उनके भोजपत्र पर चित्रकला पर फेश इन द क्राउन नाम से प्रसारित किया। उन्हें चित्रकला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए हिमगिरी सम्मान, चंद्र्र कुंवर बत्र्तवाल सम्मान सहित अनेक सम्मानो से विभूषित किया गया। कुल मिलाकर वह एक कलाकार के अलावा एक बेहतरीन इंसान भी। उनके जाने से उत्तराखंड के लिए बहुत बड़ा झटका है। इतना ही नहीं वह उत्तराखंड ही नहीं अन्य राज्यों में अपनी कला के प्रदर्शन की वजह से सुर्खियों रहते थे।