दिल्ली में पति और बच्चे के सामने महिला की हत्या
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार सुबह एक महिला की उसके पति और दो वर्ष के बच्चे के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस उपायुक्त मिलिंद महादेव दमबेरे ने आईएएनएस को बताया कि प्रिया मेहरा (34) नामक महिला अपने पति और बच्चे के साथ कार में थीं, जब उन्हें पश्चिम दिल्ली के शालीमार बाग में तड़के 4.15 बजे करीब से दो गोली मारी।
दमबेरे ने कहा कि उनके पति पंकज मेहरा ने किसी से पैसे उधार लिए थे जिसे वह लौटा नहीं पा रहे थे। पंकज ने आरोप लगाया है कि हत्या के पीछे उसी शख्स का हाथ है। पंकज ने बताया कि हमलावरों की संख्या चार थी और वे एक कार में थे।
परिवार के सदस्यों ने आईएएनएस को बताया कि पहाड़गंज में एक बार चलाने वाले पंकज मेहरा ने एक महाजन मोनू से पैसे उधार लिए थे और उसने सोमवार को उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।
उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, बुधवार तड़के 4.15 बजे हमलावरों ने मेहरा की कार का रास्ता रोक दिया। उनमें से एक ने पिस्तौल से ड्राइवार के पास की सीट की खिड़की तोड़ दी और पंकज मेहरा को गाड़ी से बाहर आने को कहा।
पंकज मेहरा ने हमलावर के हाथ में मौजूद पिस्तौल को पकड़ लिया।
पंकज के 26 वर्षीय भतीजे अंकित मेहरा (26) ने आईएएनएस को बताया, जब पंकज बाहर नहीं आए तब हत्यारों ने गोली चला दी और वह चाची (प्रिया) को लग गई। उन्होंने फिर गोली चलाई और वह भी चाची को लगी। उसके बाद पिस्तौल अटक गई।
जबतक हमलावारों ने एक और पिस्तौल निकालने का प्रयास किया तबतक पंकज मेहरा गाड़ी चला कर इलाके से भागने में कामयाब रहे।
प्रिया मेहरा को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी आधे घंटे में ही मौत हो गई।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि हमलावर पंकज मेहरा का अपहरण करने के इरादे से आए होंगे ताकि वह उधार दिए गए रुपयों को वापस ले सकें।
अंकित मेहरा ने कहा कि पंकज मेहरा और मोनू के बीच पिछले दो-तीन वर्षो से रुपयों का लेन-देन चल रहा था। उन्होंने कहा कि पंकज पर काफी उधार हो गया था जिसके कारण उन्हें बार को भी बंद करना पड़ा।
अंकित मेहरा ने कहा, मोनू जानता था कि मेरे चाचा (पंकज) रुपये वापस नहीं दे पाएंगे। मोनू को उनका घर नहीं पता था, इसलिए सामवार को वह मेरे चाचा की बहन के घर पहुंचा और कहा कि वह पंकज को ढूंढ के मार देगा।
दमबेरे ने कहा कि पंकज मेहरा ने ऊंची ब्याज दर पर पांच लाख रुपये उधार लिए थे और कर्ज 40 लाख रुपये तक बढ़ गया था, इसलिए वह पैसे वापस नहीं कर पा रहे थे।
अधिकारी ने कहा कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल (बीजेआरएम) भेज दिया गया है।
मेहरा दंपति आधी रात के आसपास बांग्ला साहिब गुरुद्वारा गए थे और जब यह हत्या हुई तब वह रोहिणी में अपने घर वापस आ रहे थे।