निलिख सवानी ने 15 दिन में छोड़ी बीजेपी पार्टी, लगाए गंभीर आरोप
अहमदाबाद। भाजपा को गुजरात चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। अभी दो सप्ताह पहले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले पाटीदार नेता निखिल सवानी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आज सोमवार 23 अक्टूबर को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए निखिल सवानी ने कहा कि हार्दिक और मेरे बीच में मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं। निखिल सवानी का मानना है कि मैंने पाटीदार समाज के हित में काम किया, पाटीदार समाज के हित के लिए ही मैं भाजपा से साथ जुड़ा था।
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि अब मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि बीजेपी पाटीदार समाज के साथ वोटबैंक की राजनीति कर रही है, पाटीदारों को खरीदने की कोशिश कर रही है। इसीलिए मैं भाजपा से इस्तीफा दे रहा हूं।
पाटीदार नेता सवानी ने कहा कि बीजेपी खरीद-फरोक्त कर रही है, पाटीदारों को खरीदने में जुटी है। खरीदने के लिए करोड़ों रुपए बांटे जा रहे है। सरकार ने जो चार मुद्दों पर निर्णय लिया था, उस आधार पर बीजेपी में शामिल हुआ था। लेकिन अब उन मुद्दों पर काम नहीं हो रहा है।
सवानी ने कहा नरेंद्र पटेल एक छोटे परिवार से आते हैं, फिर भी उन्होंने 1 करोड़ रुपए का आॅफर ठुकरा कर समाज का साथ दिया, उसके लिए उन्हें बधाई। हार्दिक पटेल जो आंदोलन कर रहा है वो बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी पाटीदार समाज को बेवकूफ बना रही है। जो भी पार्टी पाटीदारों का साथ देगी मैं उसी के साथ जाऊंगा।
सवानी ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस में जाना होती तो मैं बीजेपी में नहीं जाता। बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने का समय मांगूगा। कोशिश करेंगे कि हार्दिक पटेल के साथ राहुल गांधी के साथ मिले। उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी में शामिल होने के लिए कोई पैसा नहीं मिला, अगर पैसा लेना होता तो मैं डेढ़ साल पहले ही BJP में शामिल हो जाता।