सपा कार्य समिति की सूची से मुलायम-शिवपाल बाहर
नई दिल्ली। समाजवादी (सपा) पार्टी मुलायम सिंह यादव पाले से निकल कर अखिलेश यादव के पालें प्रवेश कर चुकी है। आगरा में अखिलेश यादव अध्यक्ष घोषित हो चुके थे। अब उन्हें अपनी कार्यकारिणी घोषित करनी थी, जो आज 16 अक्टूबर को हो गई। अखिलेश यादव ने जिस राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन किया है। वो अपने साथ जहां कई सवाल साथ लाई वहीं उसने कई सवालों के जवाब भी सामने रख दिए हैं।
ज्ञात हो कि अखिलेश अपने चाचा शिवपाल यादव से खासे नाराज चल रहे हैं। तो भतीजे ने जहां पहले उन्हें अपने दिल से निकाला था, वहीं अब कार्यकारिणी से भी विदा कर दिया है। इस सूची में शिवपाल का कहीं नाम नहीं है। जबकि अखिलेश ने मधु गुप्ता को सचिव बना परिवार में भी शिवपाल पर भारी पड़ने का दांव चल दिया है।
अपनी इस लिस्ट में अखिलेश यादव ने उन सभी को उपकृत किया है, जो उनके और शिवपाल के विवाद में उनके साथ खड़े थे। जैसे किरनमय नंदा को उपाध्यक्ष, रामगोपाल को प्रमुख महासचिव का पद दिया। वहीं चर्चित सपा नेता और मुलायम सिंह यादव के समय में पार्टी के अंदर नंबर तीन की हैसियत रखने वाले आजम खान के पर कतर दिए गए हैं। आजम समेत इस लिस्ट में 10 महासचिव घोषित किए गए हैं। ये लिस्ट रामगोपाल के हस्ताक्षर के साथ जारी हुई है।
हाल में ही बसपा से निकल सपा में आए इंद्रजीत सरोज को भी राष्ट्रीय महासचिव का दर्जा दिया गया है। अपने मित्र व पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को अखिलेश ने प्रमोट करते हुए सचिव बना दिया। वहीं पूर्व मंत्री राम गोविन्द चौधरी के पर भी आजम की तरह कतरे गए हैं। रामगोपाल के बेटे अक्षय को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर लिस्ट में जगह मिली है।
कार्यकारिणी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के वफादार साथियों में शामिल बलराम यादव, रामजी लाल सुमन, विशम्भर प्रसाद निषाद और अवधेश प्रसाद के अलावा नरेश अग्रवाल, रवि प्रकाश वर्मा, सुरेन्द्र नागर और रामशंकर विद्यार्थी राजभर को पार्टी का राष्ट्रीय महसचिव बनाया गया है।
ऐसे बहुत से और भी छोटे बड़े नाम हैं जिन्हें इस लिस्ट में स्थान मिला और कईयों को नहीं मिला।
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