अर्थपूर्ण सिनेमा के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी : शर्मिला टैगोर
मुंबई, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)| दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर का कहना है कि अर्थपूर्ण सिनेमा बनाने के लिए फिल्मकारों को अपने विचारों को पेश करने की आजादी और एक खुले माहौल की जरूरत है।
शर्मिला को गुरुवार रात को 19वें जियो मामी मुंबई फिल्म महोत्सव के उद्घाटन समारोह में ‘एक्सिलेंस इन सिनेमा’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दर्शकों से मुखातिब होने के दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की।
उन्होंने सत्यजीर रे और ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्मों यानी बंगाली और हिंदी फिल्म उद्योग के बीच संतुलन के अपने अनुभव को भी साझा किया।
टैगोर ने कहा, मुंबई ने मुझे हमारी संस्कृति की बहुलता और विविधता को समझाने के साथ ही उसमें मौजूद समानता भी समझाई।
उन्होंने कहा, बतौर कलाकार हम ऐसे पल के लिए जीते हैं जो ‘स्टार्ट साउंड्स से कट’ के बीच का पल होता है और यूनिट का हर सदस्य हमें उस पल को जीने के लिए तैयार करता है। मैं साथ ही यह भी कहना चाहती हूं कि सार्थक सिनेमा बनाने के लिए हमें हमें खुले माहौल और अभिव्यक्ति की पूरी आजादी की जरूरत है।
शर्मिला को ‘एक्सिलेंस इन सिनेमा’ पुरस्कार अभिनेता आमिर खान और नीति अंबानी ने प्रदान किया।
मशहूर चीनी निर्देशक चेन केज को भी ‘एक्सिलेंस इन सिनेमा’ (अंतर्राष्ट्रीय) पुरस्कार से नवाजा गया।
महोत्सव की शुरुआत अनुराग कश्यप की फिल्म ‘मुक्केबाज’ की स्क्रीनिंग से हुई।
मशहूर इतालवी अभिनेत्री मोनिका बेलुची 15 अक्टूबर को इस महोत्सव में शामिल होंगी।
यह फिल्म महोत्सव 18 अक्टूबर तक चलेगा।