शाह के बेटे पर आरोप का जवाब योगी सरकार ने दिया
लखनऊ , 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद तीन साल में 16000 गुना बढ़ जाने को लेकर एक वेबपोर्टल की ओर से किए गए खुलासे के बाद भाजपा के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार भी बचाव में उतर आई। प्रदेश सरकार ने जवाब देना जरूरी समझा। सोमवार को सरकार के एक मंत्री मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए प्रतीकों में अपनी बात रखी। मंत्री बोले, आजकल ‘सुपाड़ी पत्रकारिता’ का चलन हो गया है। इसकी मदद से कोई भी किसी भी खबर को सनसनी के तौर पर जनता के सामने रख सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री और उप्र सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने अमित शाह के बेटे का बचाव करते हुए कहा, आजकल यह देखने में आ रहा है कि कुछ लोग वेबपोर्टल खोलकर ऐसी खबरें देकर सनसनी फैलाना चाहते हैं, जिससे उनका नाम हो। ऐसी पत्रकारिता को सुपाड़ी जर्नलिज्म ही कहा जा सकता है।
पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के नवासे सिद्धार्थनाथ ने राहुल गांधी के ट्वीट का जिक्र करते हुए कहा, अमित शाह के बेटे जय शाह के खिलाफ खबर देखकर सबसे पहले आंखें उनकी चमकीं, जिनकी राजनीति खत्म हो गई थी। राहुल गांधी ट्वीट करके जय शाह को सबसे बड़ा बेनिफिशरी बता रहे हैं। लेकिन समस्या यह है कि कांग्रेस का यह नेता बड़ा ही नहीं होना चाहता है।
उन्होंने कहा, राहुल अभी भी डायपर से निकलने का प्रयास कर रहे हैं। जय शाह की कंपनी नोटबंदी से पहले ही बंद हो चुकी थी, जिसे कांग्रेस बेटा मॉडल बता रही है। दरअसल, उसमें बिजनेस आगे बढ़ना चाहिए था, न कि कम होना चाहिए था।
सिद्धार्थनाथ से जब पूछा गया कि क्या अमित शाह बेटे पर लगे आरोपों के कारण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे, जवाब में उन्होंने कहा, इसका जवाब देने की आवश्यकता ही नहीं है।
पत्रकार-वार्ता के दौरान मौजूद उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, जय शाह यदि अमित शाह के बेटे नहीं होते तो ये मामला कभी तूल नहीं पकड़ता। इसमें सबकुछ कानूनी रूप से किया गया है। इसमें अवैध कुछ नहीं है।
उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने लखनऊ में कहा कि भाजपा के ‘बेटा मॉडल’ को जनता के सामने लाना जाना चाहिए।
गौरतलब है कि 34 करोड़ की संपत्ति के मालिक अमित शाह के बेटे जय अमितभाई शाह पर आरोप लगा है कि उनकी कंपनी टेम्पल इंटरप्राइजेज लिमिटेड का टर्नओवर तीन साल में 50 हजार से बढ़कर 80 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, यानी मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद तीन में जय की संपत्ति 16000 गुना बढ़ गई।