राष्ट्रीय

उप्र सरकार चलाएगी ‘मिशन इंद्रधनुष’

लखनऊ, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में नौनिहालों (बच्चों) को बीमारियों से बचाने के लिए सरकार की तरफ से मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण अभियान जल्द शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत वर्ष 2018 तक 90 फीसदी बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।

अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार के मिशन इंद्रधनुष के तहत अगले चार महीनों में 11 लाख से अधिक बच्चों का टीकाकरण कराया जाएगा। इसके लिए टीकाकरण सत्रों का आयोजन उप्र के 52 जिलों में चार चरणों में चलाया जाएगा। मासिक टीकाकरण सत्र अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर व जनवरी 2018 में कराए जाएंगे।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी के मुताबिक, 2018 तक 90 फीसदी टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि टीकाकरण सेवाओं की पहुंच प्रत्येक बच्चे तक हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण के दौरान छूटे बच्चों पर विशेष तौर से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, प्रदेश में हर दूसरा बच्चा टीकाकरण से वंचित है इसका मतलब है कि लगभग 49 फीसदी बच्चे टीका लगने से छूट गए। मिशन इंद्रधनुष की लांचिंग सोमवार से होने की संभावना है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में समीक्षा बैठक के दौरान इस काम में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए थे। प्रधानमंत्री की फटकार के बाद अब इस काम में तेजी आई है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक पंकज कुमार ने कहा, टीकाकरण से होने वाले फायदे को लेकर लोग अभी जागरूक नहीं हुए हैं। सरकार लोगों के बीच टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैला रही है। देश में अभी हर दूसरे बच्चे को टीका नहीं लग पाता है। हमारा प्रयास है कि हम उन बच्चों तक पहुंचें, जिनका टीकाकरण छूट गया है।

उल्लेखनीय है कि मिशन इंद्रधनुष के तहत जिन रोगों से संबंधित टीकाकरण होता है, उसमें नौ जानलेवा बीमारियां शामिल हैं। इसके अंतर्गत टीबी, काली खांसी, गलघोंटू, न्यूमोनिया, दिमागी बुखार और पोलियो के टीके शामिल हैं।

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