कहानी फिल्मी नहीं सच्ची है, नागिन ने डसकर नाग के हत्यारे से लिया बदला
कानपुर। फिल्मों में अक्सर ऐसा देखा गया है कि नाग को मारने पर नागिन हत्यारे से इसका बदला जरूर लेती है।
नाग–नागिन को नुकसान पहुंचाने वाले को या उसके किसी भी नज़दीकी को नागिन ज़िंदा नहीं छोड़ती। लेकिन ऐसा सिर्फ फिल्मों में ही नहीं, बल्कि रियल लाइफ में भी होता है। कुछ ऐसा ही मामला कानपुर के थाना चौबेपुर इलाके के किशुनपुर गाँव में देखने को मिला है।
दरअसल, यहां रहने वाले सुरेश यादव के घर में नाग निकलने से हड़कंप मच गया। सुरेश यादव ने नाग को घर में डंडे से पीटकर मार डाला। साथ ही बुजुर्गों के कहने पर उसे भी जलाया गया।
पुरानी मान्यताओं की हकीकत जैसे सच होने को थी। नाग के मरने से बौखलाई नागिन ने आखिरकार मौका पाकर अपना बदला ले लिया।
सुरेश यादव की पत्नी उमा देवी सुबह घर में झाड़ू लगा रही थी, तभी बदला लेने की हसरत में बैठी नागिन ने उमा को डस लिया। उमा देवी के चीखने–चिल्लाने पर परिवारीजनों ने तुरंत उन्हें झाड़फूंक के लिए बाबा के पास ले गए, लेकिन हालत ज्यादा बिगड़ने पर कानपुर हैलट अस्पताल लेकर आए।
वहां इलाज के दौरान उमा देवी की मौत हो गई। इसके बाद भी नागिन की दहशत पूरे परिवार में थी तो गांव में सपेरे को बुलाया गया।
सपेरे ने बीन बजाकर उस नागिन को पकड़ लिया, लेकिन तभी ने अपनी जान दे दी। कहानी बिलकुल फ़िल्मी है, लेकिन हकीकत में हुए इस हादसे का अंत खराब रहा।